बिज़नेस

10 ग्राम सोना खरीदना भी हो गया महंगा, चांदी का गिर गया भाव, जानें आज का भाव

दिल्ली सर्राफा बाजार में सोने की कीमत 670 रुपये बढ़कर 1,32,200 रुपये प्रति 10 ग्राम हो गई, जबकि चांदी 460 रुपये गिरकर 1,80,900 रुपये प्रति किलोग्राम पर पहुंची. रुपये की रिकॉर्ड कमजोरी, वैश्विक रुझानों में तेजी और सुरक्षित निवेश की बढ़ती मांग से सोना महंगा हुआ है, जबकि चांदी में छह दिन बाद गिरावट दर्ज की गई.

भारत में आदमी को 10 ग्राम सोना खरीदना भी महंगा पड़ हो गया है. इसका कारण यह है कि सर्राफा बाजार में सोने की कीमत कभी घट जाती है, तो कभी बढ़ जाती है. दिल्ली के सर्राफा बाजार में बुधवार को सोने-चांदी की कीमतों में बड़ा बदलाव देखने को मिला. वैश्विक रुझानों में मजबूती और रुपये की ऐतिहासिक गिरावट ने सोने को महंगा कर दिया, जबकि चांदी की कीमत में गिरावट दर्ज की गई.

सोने की कीमतों में तेज उछाल

दिल्ली के सर्राफा बाजार में बुधवार को 99.9% शुद्धता वाला सोना 670 रुपये की बढ़त के साथ 1,32,200 रुपये प्रति 10 ग्राम हो गया. यह वृद्धि मंगलवार के 1,31,530 रुपये प्रति 10 ग्राम के मुकाबले दर्ज की गई. कारोबारियों के अनुसार, डॉलर के मुकाबले रुपया लगातार कमजोर होने से सोने को सपोर्ट मिला है. निवेशक सुरक्षित विकल्प के रूप में सोने की ओर झुक रहे हैं, जिससे मांग बढ़ी है.

छह दिन बाद टूटी चांदी

सोने के विपरीत, चांदी ने छह दिनों की लगातार बढ़त को रोकते हुए 460 रुपये की गिरावट दर्ज की. चांदी का भाव घटकर 1,80,900 रुपये प्रति किलोग्राम रह गया. विश्लेषकों का कहना है कि चांदी की तेज रफ्तार के बाद प्रॉफिट बुकिंग देखने को मिली, जिससे कीमतों में ठंडक आई

रुपये की ऐतिहासिक गिरावट बनी प्रमुख वजह

बुधवार को रुपया पहली बार 90 रुपये प्रति डॉलर के स्तर के पार पहुंच गया और 90.21 के रिकॉर्ड निचले स्तर पर बंद हुआ. विदेशी निवेशकों की लगातार बिकवाली और कच्चे तेल की ऊंची कीमतों ने रुपये पर दबाव बढ़ाया. कमजोर रुपया आयात को महंगा करता है और भारत सोने का बड़ा आयातक है. इसका सीधा असर सर्राफा बाजार पर पड़ता है.

वैश्विक बाजार में क्या है स्थिति?

अंतरराष्ट्रीय बाजार में भी कीमती धातुओं में मजबूती देखने को मिली. हाजिर सोना 4,207.67 डॉलर प्रति औंस पर ट्रेड हुआ. चांदी 58.47 डॉलर प्रति औंस पर पहुंच गई. सत्र के दौरान चांदी 58.94 डॉलर प्रति औंस के रिकॉर्ड स्तर तक चढ़ी.

क्या कहते हैं विशेषज्ञ

एचडीएफसी सिक्योरिटीज के जिंस विश्लेषक सौमिल गांधी का कहना है कि अमेरिकी फेडरल रिजर्व की नरम टिप्पणियों से अगली एफओएमसी की बैठक में 0.25% ब्याज दर कटौती की उम्मीद बढ़ी है. इससे डॉलर कमजोर हो सकता है और सोने-चांदी को मजबूती मिलती रहेगी.

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button