वर्षावास की अवधि में उपसोत व्रत रखने पर मनोवांछित कार्य पूर्ण होते हैं – पूज्य भन्ते प्रज्ञारत्न
वर्षावास काल की अष्टमी पर करुणा बुध्द विहार में उपासकों ने पूज्य भन्ते प्रज्ञारत्न थेरो जी से लिया उपोसत व्रत

भोपाल के तुलसी नगर स्थित करुणा बुध्द विहार आषाढ़ पूर्णिमा से निरंतर वर्षावासरत पूज्य भन्ते प्रज्ञारत्न थेरो जी व्दारा आज वर्षावास के 53 वें दिन तथा वर्षावास की अष्टमी पर बड़ी संख्या उपस्थित उपासक-उपासिकाओं को उपोषत व्रत ग्रहण कराया गया। प्रबुद्ध महिला मंडल व्दारा पूज्य भन्ते जी को भोजन दान के साथ उपोसत व्रतधारी उपासक उपासिकाओं ने 12.00 बजे के पूर्व भोजन ग्रहण कर उपोसत व्रत को धारण किया। अब सभी उपोसत व्रतधारी उपासकों के व्दारा अब अगले दिन ही दोप 12.00 बजे के पूर्व भोजनक ग्रहण कर उपोसथ व्रत छोड़ेंगे।
भोजन ग्रहण करने के पश्चात उपस्थित उपासक- उपासिकाओं को धम्म देशना देते हुए कहा कि वर्षावास की अवधि में उपसोत व्रत रखने पर मनोवांछित कार्य पूर्ण होते हैं, मन प्रसन्न रहता है और स्वास्थ्य भी उत्तम रहता है। वर्षावास अवधि में पड़ने वाली पूर्णिमा, अमावस्या और अष्टमी पर पूज्य भन्ते जी से उपोसथ व्रत लेकर उसका पालन सूनिश्चित करने से आपको अनंत पूण्य लाभ प्राप्त होता है। आपकी इच्छा के अनुसार कार्य सम्पादित होते हैं और आप प्रसन्नचित्त रहते हैं। इस अवसर पर आयु. मधुकरराव मानवटकर जी और उनके परिवार की ओर से उपस्थित सभी उपासक उपासिकाओं को भोजन दान कराया गया।
पूज्य भन्ते जी की धम्मदेशना में दि बुद्धिस्ट सोसायटी आफ इंडिया एवं प्रबुद्ध महिला मंडल की सभी पदाधिकारियों के साथ साथ बड़ी संख्या में भोपाल के अन्य बुद्ध विहारों के पदाधिकारी तथा गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।