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जातिगत जनगणना सामाजिक समरसता का सबसे बड़ा आधार

भोपाल, मध्य प्रदेश पिछड़ा वर्ग अधिकारी एवं कर्मचारी संघ के तत्वावधान में आज दिनांक 31 मार्च 2025 को दुष्यंत कुमार संग्रहालय भोपाल में पिछड़े वर्ग समाज का चिंतन शिविर संपन्न हुआ। ओबीसी आरक्षण के क्रियान्वयन में आ रही बाधाओं पर चिंतन करते हुए विभिन्न ओबीसी सामाजिक संगठनों के पदाधिकारी ने कहां की ओबीसी के समाज में एक से अधिक संगठन होना आरक्षण क्रियान्वयन में सबसे बड़ी बाधा है। एक समाज एक संगठन का नारा देते हुए वक्ताओं ने एक बार फिर एकजुटता दिखाते हुए पिछड़ा वर्ग आरक्षण के क्रियान्वयन हेतु प्रदेश में बड़े आंदोलन की रूपरेखा तैयार की। सामाजिक संगठनों के पदाधिकारी ने कहा कि जातिगत जनगणना के आधार पर सामाजिक समरसता का भाव स्थापित किया जा सकता है। जिस जाति की जितनी आबादी, उसकी उतनी भागीदारी के सिद्धांत पर ओबीसी समग्र सामाजिक संगठनों के पदाधिकारी शीघ्र ही बड़ा आंदोलन की तैयारी में हैं।
चिंतन शिविर के अवसर पर मध्य प्रदेश पिछड़ा वर्ग अधिकारी एवं कर्मचारी संघ के प्रांताध्यक्ष के पी कुर्मवंशी के सेवानिवृत होने पर उन्हे शाल श्रीफल तथा स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया।
चिंतन शिविर को श्री महेंद्र सिंह पूर्व डिप्टी कलेक्टर, प्रोफेसर कालिका यादव, राम विश्वास कुशवाहा, केपी कुर्मवंशी, महेंद्र पाटीदार, ललित गौर, दुली चंद पटेल, एडवोकेट तुलसीराम पटेल, एडवोकेट महेश साहू, प्रकाश सिंह धाकड़, बाबा भारती, अरुण पटेल,यश भारती श्रीमती प्रभा गौर, सतनारायण सिंह, पूरनलाल साहू, रामकिशोर कुशवाहा, भास्कर प्रसाद वर्मा, शिवकुमार सेन, नागेंद्र पटेल, दिनेश पटेल ने संबोधित किया इस अवसर पर ओबीसी के विभिन्न सामाजिक संगठनों के बड़ी संख्या में पदाधिकारी एवं महिलाओं उपस्थित रहे ।कार्यक्रम का संचालन संगठन के पदाधिकारी श्री बीके चौरसिया ने किया तथा आभार का दायित्व रामविलास पटेल ने निभाया।

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