सावधान! अगर आपको भी दिखते हैं ये लक्षण, तो हो सकता है कोलेस्ट्रॉल, जानिए बचाव के आसान उपाय


सर्दियों के मौसम में कोलेस्ट्रॉल स्तर बढ़ने का खतरा सामान्य दिनों की तुलना में अधिक होता है। विशेषज्ञों के अनुसार इसे हल्के में लेना खतरनाक साबित हो सकता है, क्योंकि बढ़ा हुआ कोलेस्ट्रॉल हार्ट हेल्थ को सीधे प्रभावित करता है। ठंड बढ़ते ही खानपान और दिनचर्या में बदलाव देखे जाते हैं, जो शरीर की कार्यप्रणाली पर असर डालते हैं।
कार्डियोलॉजी विशेषज्ञ डॉ. अजीत जैन (राजीव गांधी हॉस्पिटल) बताते हैं कि ठंड के मौसम में मेटाबॉलिज़्म धीमा हो जाता है, जिससे शरीर ज्यादा ऊर्जा बचाने की कोशिश करता है और फैट बर्निंग कम हो जाती है। ऐसे में शरीर में फैट और कोलेस्ट्रॉल जमा होने लगता है। साथ ही ठंड के कारण लोग कम चल-फिरते हैं और एक्सरसाइज भी कम हो जाती है, जिससे स्थिति और बिगड़ सकती है। इसके अलावा सर्दियों में तला-भुना, मीठा और हाई-कैलोरी फूड की खपत बढ़ जाती है। विशेषज्ञ कहते हैं कि ठंड में होने वाले हॉर्मोनल बदलाव और विटामिन डी की कमी भी कोलेस्ट्रॉल लेवल को प्रभावित कर सकती है।
छाती में भारीपन
– शरीर में अकड़न या सुस्ती
– हल्की सांस फूलना
– एक्सरसाइज करते ही जल्दी थकावट
– पैरों में दर्द, कंधों या गर्दन में जकड़न
– सिर में भारीपन
विशेषज्ञों के अनुसार ये संकेत बताते हैं कि शरीर में फैट और कोलेस्ट्रॉल का स्तर बढ़ रहा है और समय रहते इसे नियंत्रित करना आवश्यक है.
कोलेस्ट्रॉल कंट्रोल करने के लिए क्या खाएं?
डॉ. अजीत जैन कहते हैं कि सर्दियों में हल्का, पौष्टिक और फाइबर से भरपूर भोजन का सेवन जरूरी है. उन्होंने डाइट में शामिल करने के लिए ये चीजें सुझाई—
– ओट्स, दलिया और मल्टीग्रेन अनाज: खराब कोलेस्ट्रॉल कम करने में मददगार
– बादाम और अखरोट: हेल्दी फैट से भरपूर, हार्ट हेल्थ के लिए फायदेमंद
– अलसी, चिया और कद्दू के बीज: ओमेगा-3 का अच्छा स्रोत
– हरी सब्जियां और फल: एंटीऑक्सिडेंट से भरपूर, लिवर फंक्शन को बेहतर करते हैं
– जैतून का तेल या सरसों का तेल: बेहतर कुकिंग विकल्प
– स्वस्थ रहने के लिए ध्यान दें इन बातों पर
– रोज कम से कम 30 मिनट वॉक या हल्की एक्सरसाइज
– पर्याप्त मात्रा में पानी का सेवन
– तला-भुना और मीठा कम खाएं
– तनाव कम करें
– समय-समय पर कोलेस्ट्रॉल लेवल की जांच करवाएं



