लोकआस्था का महापर्व छठ पूजा उगते हुए सूर्य को उषा अर्ध्य अर्पित कर पारण किया
विश्व कल्याण की कामना के साथ सृस्टि की देवी छठ मैया के आराधना कर आभार किया गया
भोपाल। उगा उगा हो सुरुज देवा
भइल अरगा के वेल”
— कलपेली भीजल तिवइया हो, उगिहें दिनानाथ
— सोने के खड़उआं हो दीनानाथ,
— रिमझिम बुंदवा बरिस गेल, ओरियन मोती चुए
— छठी कहियो ना देखी भंडार खाली
— नदिया किनारे धेनु गइया
“मारवो रे सुगवा धनुष फेक, सुग्गवा गिरय मुरझाय”,
“पहिले पहिले छठी मैया : वरत कैलू तोहार” जैसे मधुरिम लोकगीतों के मध्य आज पूर्ण भक्तिमय एवं आस्था के साथ बिहार तथा विश्व का सबसे बड़ा त्यौहार महापर्व छठ के चौथे दिन 8 नवंबर को सूर्यदेव की आराधना एवं छठ मैया की उपासना हेतु उदीतमान सूर्य को संध्या अर्घ्य देकर उपास किया गया. छठी मैया के इस महापर्व में साक्षात देव सूर्य भगवान को बाँस के बने सूप में ठेकुआ, गन्ना, संतरा, सेव, मह्तावी, केला, मुली, सुथनी, हल्दी, नारियल, पुआ, लडुआ जैसे प्रकृति प्रदत अनाजों को पूर्ण पवित्रता एवं स्वच्छता के साथ परंपरागत रूप से तैयार प्रसाद के साथ पवित्र जल के कुंड में खड़े होकर उगते हुए सूर्य को अर्घ्य दिया गया. अर्घ्य देते समय श्रद्धालू भक्त एवं परिजनों ने दूध ढारकर भगवान सूर्य को अर्घ्य दिया.
आयोजन समिति के संयोजक सतेन्द्र कुमार ने बताया कि इस महापर्व के सफल एवं पवित्रता के साथ आयोजन के लिए छठ पूजा आयोजन समिति एवं बिहार सांस्कृतिक परिषद् द्वारा हर वर्ष की भांति इस वर्ष 65वे आयोजन में विशेष व्यवस्था की गयी थी।
एक महीने पूर्व से छठ घाट स्वच्छता अभियान को जारी रखते हुये पवित्रता एवं स्वछता के महापर्व छठ पूजनोत्सव की व्यापक तैयारी की गयी जिसमे समिति के सदस्यों एवं छठव्रती श्रद्धालुगण ने नगर निगम एवं बीएचईएल प्रशासन की सहायता से पूरे घाट एवं कुंड की सफाई की जिसका सतत अवलोकन परिषद की संरक्षक श्रीमती कृष्णा गौर, मंत्री मध्यप्रदेश शासन एवं पार्षद नीरज सिंह द्वारा किया जा रहा था.
भोपाल का सुव्यवस्थित, स्वच्छ एवं पर्यावरण संरक्षित छठ घाट का स्थान प्राप्त सरस्वती मंदिर छठ घाट पर अस्थायी स्नानघर, महिला छठव्रती के लिए चेंजिंग रूम, फव्वारे, मंच एवं स्वच्छता की विशेष व्यवस्था की गयी. इस अवसर पर छठवर्ती श्रद्धालुओ के लिए अर्ध्य देने, बैठने की समुचित एवं उत्तम व्यवस्था, नियोजित पार्किंग की व्यवस्था परिषद के कार्यकर्ताओं द्वारा की गयी.
महापर्व छठ पूजनोत्सव को भक्तिमय एवं धार्मिकता के साथ आध्यात्मिक रूप देने के लिए सरस्वती देवी मंदिर छठ घाट पर 7 एवं 08 नवंबर को छठ मईया के मधुरिम गीतो के साथ देवी जागरण एवं भजन गायन की मनमोहक एवं सुन्दर प्रस्तुति भोजपुरी साहित्य अकादमी मध्यप्रदेश शासन के सहयोग से बिहार के लोकगायक चंदन तिवारी, आकाश मिश्रा एवं रितम दुबे की टोली द्वारा दी गयी जिसे उपस्थित भक्तजनों ने खूब सराहा।
इस पावन अवसर पर समिति की संरक्षक भारतीय प्रशासनिक सेवा, मनोज पुष्प, मनोज वर्मा एवं अनेक गणमान्य अतिथि उपस्थित हुए एवं छठी मैय्या एवं भगवान सूर्य की पूजा अर्चना की।
महापर्व छठ पूजनोत्सव के भव्य आयोजन में लगभग 25 हजार श्रद्धालु एवं भक्त शामिल हुए।
शशि रंजन प्रसाद, कामेश्वर सिंह, अंजनी सिंह, सूर्य कुमार सिंह, सुरुचि कुमार, संजय साह, रामनंदन सिंह, नरेंद्र सिंह, राजकुमार प्रसाद, अरुण विश्वकर्मा, गिरी बाबा, संजीव कुमार, अनिल कुमार, प्रभात कुमार, हरिशंकर प्रसाद, दिनेश सिंह, अरुण शर्मा, विनय पांडेय, अक्षय कुमार, विकास चौधरी, कृष्ण कुमार, आयुष चौधरी, महेश गुप्ता, राहुल सिंह, मुकुल सिंह, राकेश सिंह, मनोज पाठक ने सेवा दिया।