मुख्यमंत्री ने ‘कमाल का भोपाल’ अभियान नागरिकों को समर्पित किया
राजधानी भोपाल को वैश्विक सकारात्मक पहचान दिलाने के उद्देश्य से प्रारंभ ‘कमाल का भोपाल’ अभियान को आज मुख्यमंत्री मोहन यादव ने विधिवत हस्ताक्षर कर राज्य के नागरिकों को समर्पित किया। मुख्यमंत्री जी ने मनोज मीक के नेतृत्व में क्रेडाई भोपाल के प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात के दौरान इस अभियान की सराहना की और कहा कि भोपाल की यह सकारात्मक ब्रांडिंग और इसकी ऐतिहासिक-सांस्कृतिक विशेषताओं का प्रचार-प्रसार प्रदेश और इस साझा शहर के विकास के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है।
विद्वान राजा भोज की नवीन सार्थक प्रतिभा – प्रधानमंत्री को भेंट होगी नई विचारपूर्ण प्रतिमा :
बैठक के दौरान राजा भोज के सौंदर्य, वैभव और विद्वता के आधार पर मनोज मीक के अध्ययन अनुसार तराशी गई नवीनतम अर्थपूर्ण प्रतिमा मुख्यमंत्री जी को भेंट की गई। इस अवसर पर क्रेडाई ने अनुरोध किया कि यह ऐतिहासिक प्रतिमा ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी को भेंट की जाए, जिससे भोपाल की ऐतिहासिक नगर योजना और सांस्कृतिक धरोहर को राष्ट्रीय मंच पर स्थापित किया जा सके।
मुख्यमंत्री जी ने ‘कमाल का भोपाल’ की रिपोर्ट का किया अवलोकन :
अभियान की रिपोर्ट को पढ़ते हुए मुख्यमंत्री जी ने इसके प्रमुख बिंदुओं को अनूठा बताया और कहा:
♟ “सही है, भोपाल क्षेत्र में लाखों साल पहले की बसाहट के चिन्ह भीमबेटका की रॉक पेंटिंग्स में मिलते हैं।”
♟ “राजा भोज की राजधानी उज्जैन रही, लेकिन उनकी वैदिक नगर योजना में भोपाल का बौद्धिक योगदान अद्भुत है।”
♟ “मध्यप्रदेश के केंद्र में स्थित हमारी राजधानी बेहद खूबसूरत है। यहाँ पहली बार ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट हो रहा है और भोपाल को औद्योगिक निवेश अवश्य मिलेगा।”
♟ “भोपाल की सकारात्मक छवि निर्माण के लिए ‘कमाल का भोपाल’ की पांचों विशेषताएँ वाकई अनोखी हैं।”
♟ “हमने नई टाउनशिप पॉलिसी जारी की है, क्रेडाई भी इसमें निवेश आकर्षित करे।”
♟ “शहरी विकास में बड़े सुधार किए जा रहे हैं, हम आप सब स्टेक होल्डर्स के साथ शीघ्र बैठक करेंगे।”
मुख्यमंत्री जी को भेंट की गई प्रमाणिक पुस्तकें :
राजधानी भोपाल की सांस्कृतिक और ऐतिहासिक महत्ता को प्रमाणित करने वाली चार महत्वपूर्ण पुस्तकें क्रेडाई ने मुख्यमंत्री जी को भेंट की –
1. ग्लोरियस भीमबेटका – बंसीलाल मल्ला
2. समरांगण सूत्रधार – राजा भोज
3. हिस्ट्री ऑफ अर्बन फॉर्म ऑफ इंडिया – प्रत्यूष शंकर
4. ‘सुख संपत्ति घर आवे’ – मनोज मीक की शहरी विकास पर लिखी बेस्ट सेलर पुस्तक
♟ मुख्यमंत्री जी ने ‘सुख संपत्ति घर आवे’ पढ़कर कहा – “सुख से बड़ा आनंद है।”
राजधानी के सुनहरे भविष्य की ओर एक निर्णायक कदम :
‘कमाल का भोपाल’ अभियान को राज्य भर में मिल रहे व्यापक समर्थन को देखते हुए मुख्यमंत्री जी ने इसे ऐतिहासिक पहल बताया और इस पर आगे कार्ययोजना बनाने के निर्देश दिए।
अब यह अभियान केवल एक विचार नहीं, बल्कि मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल को वैश्विक पहचान दिलाने की दिशा में एक ठोस पहल बन चुका है।
– सचिवालय, क्रेडाई भोपाल