
भारत की दिग्गज फार्मास्युटिकल कंपनी Cipla Ltd. ने वित्त वर्ष 2023-24 में जबरदस्त प्रदर्शन करते हुए अपने निवेशकों और बाजार को चौंका कर रख दिया है साथ ही कंपनी ने इस साल ₹4,154 करोड़ का बड़ा लाभ दर्ज किया, जो कि पिछले साल के ₹2,833 करोड़ की तुलना में लगभग 47% का इज़ाफा हुआ है। Cipla की कुल वार्षिक रेवेन्यु ₹26,521 करोड़ रहा, जो साल-दर-साल के आधार पर लगभग 14% का मुनाफा हुआ है। बताते चलें यह प्रदर्शन ऐसे समय पर हुआ है जब दवा उद्योग को दुनिया भर में कई तरह की चुनौतियों और सख्त नियमों का सामना करना पड़ रहा है। लेकिन Cipla ने अपने देश में मज़बूत कारोबार, विदेशों में लगातार बढ़ते व्यापार और खर्चों पर नियंत्रण के ज़रिए अच्छा मुनाफा कमाया है। Cipla ने अपने निवेशकों को खुश करने के लिए ₹13 प्रति शेयर का आखिरी डिविडेंड देने की सिफारिश की है। यह पैसा उन्हें मिलेगा अगर इसे कंपनी की 88वीं सालाना बैठक (AGM) में मंजूरी मिल जाती है। यह बैठक 20 अगस्त 2024 को होगी और डिविडेंड पाने के लिए निवेशकों का नाम कंपनी की रिकॉर्ड में 2 अगस्त 2024 तक होना चाहिए।
कैसा रहा वित्तीय प्रदर्शन
Cipla का टोटल रेवेन्यु करीब ₹26,521 करोड़ रहा, जिसमें ज़्यादातर कमाई दवाओं के कारोबार (फार्मास्युटिकल सेगमेंट) से हुई साथ हीं इस हिस्से से कंपनी ने कुल ₹24,842 करोड़ कमाए। वहीं उनके नए कारोबार (न्यू वेंचर्स) से ₹1,112 करोड़ की कमाई हुई, लेकिन इसमें ₹69 करोड़ का नुकसान भी हुआ। कंपनी का कुल खर्च ₹20,624 करोड़ रहा, जिससे ऑपरेटिंग मार्जिन में बेहतर सुधार देखा गया।