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क्रॉसवर्ड बुक-ए-थॉन ने डॉ. शशि थरूर को फीनिक्स मार्केटसिटी में उनकी हाल ही में आई किताब, आवर लिविंग कॉन्स्टिट्यूशन पर एक रोचक चर्चा के लिए आमंत्रित किया

मुंबई, 07 अगस्त, 2025: पुणे के फीनिक्स मार्केटसिटी में क्रॉसवर्ड बुक-ए-थॉन की ओर से आयोजित कार्यक्रम में डॉ. शशि थरूर को आमंत्रित किया गया, जहाँ बड़ी संख्या में पाठक, छात्र और उनके प्रशंसक मौजूद थे और उन सभी ने इस सुहानी और यादगार शाम का भरपूर आनंद लिया। क्रॉसवर्ड बुकस्टोर्स के सीईओ, श्री आकाश गुप्ता के साथ हुई बातचीत के दौरान डॉ. थरूर ने एलेफ बुक कंपनी द्वारा हाल ही में प्रकाशित अपनी नई पुस्तक, आवर लिविंग कॉन्स्टिट्यूशन: ए कॉन्साइस इंट्रोडक्शन एंड कमेंट्री के बारे में बताया। चर्चा के दौरान उन्होंने कहा कि, यह किताब सिर्फ़ कानून के जानकारों के लिए नहीं, बल्कि सभी भारतीयों के लिए संविधान को सुलभ बनाने के लिए लिखी गई है। यह किताब उन नागरिकों के लिए है, जो अपने अधिकारों और संविधान के पीछे की सोच के साथ-साथ इस बात को समझना चाहते हैं कि रोज़मर्रा की ज़िंदगी में इसे सही मायने देने के लिए क्या ज़रूरी है।

हंसी-मजाक से भरी, सोचने पर मजबूर करने वाली, बेबाक और गहरी समझ वाली इस बातचीत में ऐसे विचारों और किस्सों पर चर्चा हुई, जिनसे लोगों को जनसेवा के प्रति उनके समर्पण और उनके सफ़र को आकार देने वाले सिद्धांतों के बारे में पता चला। उन्होंने इस बारे में बात की कि किस तरह बचपन में बीमार रहने की वजह से उनके दिल में पढ़ने का शौक जगा। उन्होंने बताया कि यह सवाल शुरू से ही उनके मन में था कि बदलाव लाने का क्या मतलब होता है, जिसने लेखन से लेकर सार्वजनिक जीवन के माध्यम से उनके द्वारा किए गए हर काम को सही राह दिखाई है।
क्रॉसवर्ड बुकस्टोर्स के कार्यक्रम के बारे में अपना अनुभव बयां करते हुए, डॉ. थरूर ने कहा, “रविवार की शाम को इतने सारे लोगों को यहाँ देखकर बहुत अच्छा लगा, जो सिर्फ़ मॉल में खरीदारी ही नहीं, बल्कि किताबों, विचारों और बातचीत में भी दिलचस्पी ले रहे थे। मुझे खुशी है कि इस कार्यक्रम में बड़ी संख्या में लोग मौजूद थे और उनमें बहुत-से लोग हस्ताक्षर के लिए मेरे पास आए। एक लेखक होने की नाते, यह देखकर मेरे दिल को बहुत सुकून मिला कि पुणे में अभी भी इतने सारे पाठक हैं, जिससे ज़ाहिर होता है कि ये सचमुच साहित्य की नगरी है।”
इस कार्यक्रम में शामिल न हो पाने वालों से बात करते हुए, उन्होंने यह संदेश दिया: “पढ़ने को अपनी आदत बनाना सबसे ज़्यादा मायने रखती है। मुझे बहुत ख़ुशी हुई कि इतने सारे लोगों, पाठकों से आमने-सामने मिलने का मौका मिला। जो लोग आज के कार्यक्रम में नहीं आ पाए, उन्हें आगे और भी मौक़े मिलेंगे, और सच कहूँ तो, मेरे बारे में सबसे अच्छी बातें तो इन्हीं छपे हुए पन्नों में है। इसे और ज़्यादा पढ़िए।”
इस सुहानी शाम के बारे में बात करते हुए, आकाश गुप्ता ने कहा, “आम लोगों की सोच को आकार देने में बुकस्टोर बेहद अहम भूमिका निभाते हैं, और क्रॉसवर्ड में डॉ. शशि थरूर का आगमन हमें इसी बात की याद दिलाता है। मौजूदा दौर में जब संविधान पर चर्चा और बहस होती है और अक्सर इसे ग़लत समझा जाता है, तो ऐसे माहौल में उनकी आवाज़ से हमें स्पष्टता और गहरी समझ मिलती है, साथ ही हमारा भरोसा भी जगता है। उनके साथ एक ऐसे मंच पर होना हमारे लिए गर्व की बात है, जहाँ ऐसी महत्वपूर्ण बातचीत स्क्रीन पर नहीं, बल्कि पाठकों, उनके सवालों और विचारों के आदान-प्रदान से जीवंत होती हैं। हमारा जीता-जागता लोकतंत्र भी कुछ ऐसा ही दिखता है, और बुकस्टोर का माहौल भी कुछ ऐसा ही होना चाहिए।”

फीनिक्स [पुणे मॉल्स] के सीनियर सेंटर डायरेक्टर, श्री अंशुमान भारद्वाज ने कहा, “हमें पुणे के फीनिक्स मार्केटसिटी के रूप में एक ऐसी जगह बनाने पर गर्व है, जहाँ विचारों और समुदाय का मिलन होता है। आज डॉ. शशि थरूर को सुनने के लिए बड़ी संख्या में लोग एकजुट हुए, जिससे पता चलता है कि किताबों और सार्वजनिक चर्चा में पुणे शहर की गहरी दिलचस्पी है। हम लोगों में नई सोच जगाने वाले और शहर का मान बढ़ाने वाले ऐसे आयोजनों का समर्थन करते हैं।”
पुस्तक पर हस्ताक्षर के साथ इस सुहानी शाम का समापन हुआ, जहाँ मौजूद लोगों को डॉ. थरूर से मिलने और अपनी किताबों पर उनके व्यक्तिगत हस्ताक्षर लेने का अवसर मिला।

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