श्री साइरस रुस्तमजी का दौरा, BSF के संस्थापक को दी श्रद्धांजलि, शहीदों के योगदान को किया नमन

ग्वालियर: भारत की सीमा सुरक्षा बल (BSF) और (RJIT) के संस्थापक पद्म विभूषण स्व. श्री के. एफ. रुस्तमजी की 109 वी जयंती/स्मृति में आयोजित एक विशेष कार्यक्रम में उनके सुपुत्र श्री साइरस रुस्तमजी ने नीम-शीशम पर्वत का दौरा किया। इस अवसर पर उनके साथ BSF के पूर्व महानिरीक्षक (IG) श्री आर. के. चौधरी भी उपस्थित रहे। कार्यक्रम के दौरान श्री साइरस रुस्तमजी ने प्रकृति संरक्षण के प्रतीक स्वरूप वृक्षारोपण किया और स्व. श्री के. एफ. रुस्तमजी के आदर्शों और कर्तव्यों को याद किया। उन्होंने BSF के स्थापना मूल्यों, बलिदानों और निष्ठा को श्रद्धांजलि अर्पित की। इस अवसर पर CAPF (केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल) के शहीद जवानों की स्मृति में काम कर रही संस्था ” काॅनफेडरेशन ऑफ एक्स पैरामिलिट्री फोर्सेज मार्टियर्स वेलफेयर एसोसिएशन ऑफ CAPF” के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री जयेंद्र सिंह राणा को विशेष रूप से सराहा गया। श्री रुस्तमजी ने उनके समर्पण और सेवा भावना की खुले दिल से प्रशंसा की और कहा:
“शहीदों का बलिदान राष्ट्र की आत्मा है, और ऐसे बलिदानों को जीवित रखने का कार्य करने वाले लोग सच्चे राष्ट्रसेवक हैं। श्री जयेंद्र सिंह राणा और उनकी संस्था का कार्य प्रेरणास्पद है।”इस अवसर पर स्थानीय श्री जीतेन्द्र राणा, पहलवान सिंह, श्री दीक्षित जी सेवानिवृत्त आर्मी श्री सुरेन्द्र सिंह यादव जी, श्री बुद्ध सिंह यादव जी
डॉ मनोज शर्मा जी, डॉ उमाशंकर शर्मा जी रजिस्ट्रार RJIT,कार्यक्रम में RJIT के छात्र-छात्राएं, शिक्षकगण, BSF के पूर्व अधिकारी, पर्यावरण प्रेमी एवं अनेक गणमान्य नागरिक उपस्थित थे। सभी ने मिलकर हरित पर्यावरण, शहीदों के सम्मान और स्व. श्री के. एफ. रुस्तमजी की स्मृति को चिरस्थायी बनाए रखने का संकल्प लिया।