मध्य प्रदेश

भाजपा की प्रोफेशनल मीट में ‘कमाल का भोपाल’ रिपोर्ट पर मुख्यमंत्री से संवाद

प्रोफेशनल मीट में क्रेडाई अध्यक्ष मनोज मीक के रखा राजधानी का इंटेलिजेंस बेस्ड विज़न

मंच से उठी भोपाल को एआई राजधानी की मांग

‘कमाल का भोपाल’ अभियान को भाजपा का राजनीतिक समर्थन

राजधानी भोपाल को भारत की पहली एआई लाइटहाउस सिटी और लॉजिस्टिक केपिटल के रूप में विकसित करने संबंधी क्रेडाई भोपाल का प्रस्ताव शुक्रवार को भाजपा की प्रोफेशनल मीट में औपचारिक मंच पर पहुँचा, जहाँ मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव और प्रदेश अध्यक्ष श्री विष्णुदत्त शर्मा ने ‘कमाल का भोपाल’ रिपोर्ट का सार्वजनिक अवलोकन किया।

ज़िलाध्यक्ष ने रिपोर्ट के साथ सौंपा समर्थन पत्र

कार्यक्रम में भाजपा ज़िलाध्यक्ष श्री रवीन्द्र यति ने मुख्यमंत्री को क्रेडाई द्वारा तैयार ‘कमाल का भोपाल’ रिपोर्ट पार्टी के समर्थन पत्र के साथ सौंपते हुए कहा कि यह रिपोर्ट राजधानी के योजनाबद्ध विकास का सबसे सटीक और समयोचित दस्तावेज़ है। उन्होंने मुख्यमंत्री से इस विज़न को बिंदुवार लागू करने का औपचारिक अनुरोध किया। प्रोफेशनल मीट में क्रेडाई के अध्यक्ष मनोज मीक के इस विजन को सत्ताधारी दल का विधिवत राजनैतिक समर्थन प्राप्त हो गया है।

मुख्यमंत्री ने मंच से दिया सकारात्मक संदेश

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने मंच से कहा:“मैंने इस रिपोर्ट को ग्लोबल इंवेस्टर समिट के दौरान भी देखा था। इसमें जो सुझाव हैं, वे भोपाल के लिए मील का पत्थर साबित हो सकते हैं। कई बिंदुओं पर शासन स्तर पर पहले से कार्य शुरू हो चुका है।”

मुख्यमंत्री और मनोज मीक के बीच मंच संवाद हुआ

मुख्यमंत्री और क्रेडाई भोपाल के अध्यक्ष मनोज मीक के बीच मंच पर लंबा संवाद हुआ। मीक ने मुख्यमंत्री से कहा:

“भोपाल गैस त्रासदी के बाद राजधानी ने एक लंबा सन्नाटा देखा है। 90 के दशक में जब देश आईटी क्रांति से गुज़र रहा था, तब यह शहर चूक गया। लेकिन अब हमारे पास उससे कई गुना बड़ा अवसर है – आर्टिफ़िशियल इंटेलिजेंस।”

2200 एकड़ बीएचईएल भूमि पर एआई सिटी का सुझाव

मनोज मीक ने मंच को सुझाव दिया कि:“बीएचईएल से मिलने वाली 2200 एकड़ ज़मीन पर एआई लाइटहाउस और स्मार्ट इंडस्ट्रियल टाउनशिप का विकास किया जाए, यह त्रासदी से गुज़री राजधानी का हक़ बनता है।”मुख्यमंत्री ने प्रस्ताव को ध्यानपूर्वक सुना और सकारात्मक संकेत दिए।

क्रेडाई भोपाल का वक्तव्य:

“आज जो संवाद मंच से हुआ, वह राजधानी की नयी पहचान का सूत्रपात है। हम चाहते हैं कि भोपाल भारत की तकनीकी चेतना का केंद्र बने। पार्टी और शासन का यह सार्वजनिक समर्थन आने वाले निर्णयों की दिशा तय करेगा।”
— मनोज मीक, ‘
कमाल का भोपाल’ अभियान के प्रमुख
एवं अध्यक्ष, क्रेडाई भोपाल

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