मध्य प्रदेश

दिवाली स्किल्स वाली” का स्कोप ग्लोबल स्किल्स यूनिवर्सिटी में हुआ शुभारंभ

हर घर स्वदेशी, घर घर स्वदेशी” थीम पर प्रदर्शित हुए स्वदेशी उत्पाद

 

भोपाल, 14 अक्टूबर 2025। भारतीय परंपरा और आधुनिक कौशल विकास को जोड़ने के उद्देश्य से आज मिसरोद स्थित स्कोप ग्लोबल स्किल्स यूनिवर्सिटी में दो दिवसीय विशेष स्किल आधारित प्रदर्शनी एवं मेले “दिवाली स्किल्स वाली” का शुभारंभ हुआ। कार्यक्रम का उद्घाटन मुख्य अतिथि हुजूर विधानसभा के माननीय विधायक श्री रामेश्वर शर्मा ने किया। उनके साथ अन्य अतिथियों में स्कोप ग्लोबल स्किल्स यूनिवर्सिटी के चांसलर डॉ. सिद्धार्थ चतुर्वेदी, कुलगुरू डॉ. विजय सिंह, कुलसचिव डॉ. सितेश कुमार सिन्हा, डायरेक्टर एडमिशन्स डॉ. अनुराग कुलश्रेष्ठ और प्रोग्रामर कन्वीनर डॉ. टीना तिवारी उपस्थित रहे। यह आयोजन खादी एवं ग्रामीण उद्योग आयोग के सहयोग से आयोजित किया जा रहा है।कार्यक्रम को संबोधित करते हुए माननीय विधायक श्री रामेश्वर शर्मा ने कहा कि दिवाली केवल दीपों का नहीं, बल्कि स्वदेशी भावना और आत्मनिर्भरता का उत्सव है। इस तरह के आयोजन युवाओं को अपनी परंपरा और कौशल दोनों से जोड़ते हैं। स्कोप ग्लोबल स्किल्स यूनिवर्सिटी का यह प्रयास प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के ‘वोकल फॉर लोकल’ और ‘आत्मनिर्भर भारत’ के संदेश को सशक्त बनाने वाला है। मैं विश्वविद्यालय की इस पहल की सराहना करता हूँ और आशा करता हूँ कि यहां सीखे गए कौशल से युवा रोजगार और उद्यमिता के नए अवसर बनाएंगे।इस वर्ष आयोजन की थीम “हर घर स्वदेशी, घर घर स्वदेशी” रखी गई है, जिसके अंतर्गत छात्रों और स्थानीय उद्यमियों द्वारा बनाए गए स्वदेशी उत्पादों को विभिन्न स्टॉल्स पर प्रदर्शित किया गया। यह पहल भारतीय कौशल, उद्यमिता और आत्मनिर्भरता को प्रोत्साहित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।कार्यक्रम के प्रमुख आकर्षण
पहले दिन कैंपस में विभिन्न लाइव स्किल्स वर्कशॉप्स आयोजित की गईं, जिनमें जरी जरदोजी, ब्लॉक प्रिंटिंग, पैच वर्क, मैकरेम, वीविंग, पोट्रेट मेकिंग, टैटू मेकिंग, दिया डेकोरेशन और रेजिन आर्ट जैसी कलाओं की बारीकियाँ विशेषज्ञ प्रशिक्षकों द्वारा सिखाई गईं। साथ ही, उद्यमिता स्टॉल्स और प्रदर्शनी में ज्वेलरी, गारमेंट, होम डेकोर, फर्निशिंग, बेकरी प्रोडक्ट्स, गेम्स, आर्ट और क्राफ्ट जैसे अनेक स्वदेशी उत्पादों का प्रदर्शन किया गया। आगंतुकों ने इन स्टॉल्स में प्रदर्शित उत्पादों की प्रशंसा करते हुए युवाओं के प्रयासों को सराहा।सांस्कृतिक और रचनात्मक गतिविधियाँदिवाली की उत्सवधर्मिता को बढ़ाने के लिए दिनभर ओपन माइक, फैशन शो, क्विज, लकी ड्रॉ, फन गेम्स और सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ आयोजित की गईं। कार्यक्रम स्थल को पारंपरिक दीप सज्जा और रंगीन रोशनी से सजाया गया, जिससे पूरा परिसर उत्सवमय माहौल में डूबा रहा।प्रतियोगिताएँ और सहभागिता
छात्रों ने उत्साहपूर्वक विभिन्न प्रतियोगिताओं में भाग लिया, जिनमें रील इंफ्लुएंसर कॉन्टेस्ट, फोटोग्राफी कॉन्टेस्ट, दिवाली कार्ड और रंगोली प्रतियोगिता, दिया डेकोरेशन, पोस्टर मेकिंग, मेहंदी आर्ट और ऑरिगेमी (पेपर क्राफ्ट) जैसी गतिविधियाँ शामिल थीं। विजेताओं को समापन दिवस पर पुरस्कृत किया जाएगा।इस अवसर पर स्कोप ग्लोबल स्किल्स यूनिवर्सिटी के चांसलर डॉ. सिद्धार्थ चतुर्वेदी ने कहा कि दिवाली स्किल्स वाली न केवल उत्सव का प्रतीक है, बल्कि यह युवाओं में स्वावलंबन और नवाचार की भावना जगाने का माध्यम भी है। हमारा उद्देश्य है कि हर छात्र किसी न किसी कौशल में दक्ष होकर समाज और देश की प्रगति में योगदान दे। यह आयोजन युवाओं को अपनी प्रतिभा को पहचानने और उसे अवसर में बदलने की प्रेरणा देता है।कुलगुरु डॉ. विजय सिंह ने कहा कि हम चाहते हैं कि हमारे छात्र केवल पढ़ाई तक सीमित न रहें, बल्कि अपने हाथों से कुछ बनाने, सृजन करने और सीखने की प्रक्रिया को अपनाएँ। ‘दिवाली स्किल्स वाली’ जैसे आयोजन विद्यार्थियों में आत्मविश्वास और व्यावहारिक कौशल का विकास करते हैं, जिससे वे भविष्य की चुनौतियों के लिए तैयार हो सकें। वहीं, कुलसचिव डॉ. सितेश कुमार सिन्हा ने कहा कि विश्वविद्यालय का यह प्रयास कौशल, शिक्षा और संस्कृति को एक साथ लाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है। दिवाली स्किल्स वाली के माध्यम से छात्र न केवल पारंपरिक कलाओं से जुड़ रहे हैं, बल्कि वे सीख रहे हैं कि इन कौशलों को कैसे रोजगार और उद्यमिता में बदला जा सकता है

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button