डॉ.बाबासाहब आंबेडकर ने महिलाओं को दी स्वतंत्रता – राय
डॉ.बाबासाहब आंबेडकर जी की तीन दिवसीय जयंती महोत्सव का महिलाओं ने संभाला मंच

डॉ.बाबासाहेब आंबेडकर संयुक्त जयंती समारोह समिति के तत्वावधान में दिनांक 12 अप्रैल से तीन दिवस मनाई जाने वाली डॉ बाबासाहेब आंबेडकर जी की 134वीं जयंती के दूसरे दिन मंच समाज की प्रबुद्ध महिलाओं को सौंपा गया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित भोपाल की प्रथम महिला श्रीमती मालती राय, महापौर, नगर निगम व्दारा दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम की शुरुआत की। उन्होंने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि यह बहुत सुखद बात है कि आज इस सम्पूर्ण कार्यक्रम की सुत्रधार केवल महिलाएं ही है। महिलाओं को इस प्रकार से सम्मान देना यह बहुत सराहनीय कदम होने के साथ अन्य लोगों को सीख लेने योग्य बात है। जैसा कि डॉ. बाबासाहेब जी ने महिलाओं को पुरुषों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर कार्य करने की स्वतंत्रता दी। उन्होंने महिलाओं की विभिन्न समस्याओ को ध्यान में रखकर उन्हे हर स्तर पर सुविधाएं दिलाने में कोई कसर नहीं छोड़ी। उन्हीं की मेहनत है कि आज स्री घर से लेकर मंच तक संभालने के लायक बनी है तथा स्त्री-पुरुष के भेदभाव को खत्म किया है। श्रीमती मालती राय जी की स्वीकृती से डॉ बाबासाहेब आंबेडकर जयंती मैदान में स्थित डॉ आंबेडकर जी की प्रतिमा के पास सौंदर्यीकरण का कार्य पूर्ण किया जिसका उन्होंने अवलोकन कर खुशी जाहिर करते हुए डॉ बाबासाहेब आंबेडकर जी की प्रतिमा को माल्यार्पण किया।
कार्यक्रम में उपस्थित वार्ड क्रमांक 31 की पार्षद आयु मृदुला सचान, कल्पना पाटिल, वंदना गजभिये, शशी जंजाले, कल्पना माणिक, कविता गेडाम, गिरिष्मा लोनारे, निर्मला वासे, गौतमी गोलाईत, पूर्णिमा धाबर्डे, प्रमिला चक्रनारायन, रंजना गजभिये, चन्द्रकला गौरखेडे आदि ने संबोधित करते हुए डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर जी को महिलाओं का उद्धारक बताया। उन्होंने कहा कि यदि बाबासाहेब नहीं होते, तो निश्चित ही महिलाओं का जीवन नरकीय होता। आज हम सम्मान और स्वतंत्रता के साथ जो जिवन जी रहे हैं, यह केवल बाबासाहेब की बदौलत है। कार्यक्रम का संचालन आयु अंजलि चवरे व्दारा किया गया। इस अवसर 8 से 11वर्ष की आयु वर्ग के बच्चों ने रंगारंग नृत्य प्रस्तुत कर उपस्थित दर्शकों का मन मोह लिया। कार्यक्रम के पश्चात करुणा बुद्ध विहार से निकली मोमबत्ती रैली जयंती मैदान से होते हुए सभी एकसाथ बोर्ड आफिस पर स्थित डॉ बाबासाहेब आंबेडकर जी की आदमकद प्रतिमा के पास पहुंच कर रात 12.00 बजे उन्हें मानवंदना देकर वंदना की गई और बड़े पैमाने पर आतिशबाजी की गई। कार्यक्रम में भारी संख्या में भोपाल के विभिन्न क्षेत्रों के बौद्ध उपासक उपासिकाए और गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।