डॉ.बाबासाहब आंबेडकर जी की तीन दिवसीय जयंती महोत्सव प्रारंभ
डॉ.बाबासाहब मानव समाज के शुभचिंतक -- सबनानी

- *महाराष्ट्र के प्रख्यात गायक श्री अनिरुद्ध बनकर जी ने डॉ आंबेडकर जी के जीवन पर आधारित गीतों से समा बांधा, लोग थीरकने के लिए हो गये मजबूर*
डॉ.बाबासाहेब आंबेडकर संयुक्त जयंती समारोह समिति के तत्वावधान में तीन दिवस मनाई जाने वाली डॉ बाबासाहेब आंबेडकर जी की 134वीं जयंती महोत्सव का आज माननीय विधायक श्री भगवानदास सबनानी, दक्षिण पश्चिम क्षेत्र व्दारा उद्घाटन किया गया।
डॉ.बाबासाहेब आंबेडकर संयुक्त जयंती समारोह समिति के अध्यक्ष रामू गजभिये जी की अध्यक्षता में आयोजित इस समारोह में मुख्य रूप से उपस्थित स्थानीय विधायक माननीय श्री भगवानदास सबनानी जी ने कहा कि डॉ बाबासाहेब आंबेडकर यह मानव समाज के शुभचिंतक थे, उन्होंने प्रत्येक इन्सान की परवाह करते हुए, कार्य किया है, विशेषकर सबको समानता का अधिकार, उचित न्याय, उच नीच का भेदभाव समाप्त कर सम्मान का जीवन यापन करने का अवसर उपलब्ध कराया है। वास्तव में डॉ आंबेडकर जी मानवजाति के उद्धारक थे। उनकी जयंती पर आज उन्हें सम्पूर्ण देश याद कर खुशियां मना रहा है।
समारोह को संबोधित करते हुए श्री सोमकुंवर ने कहा कि डॉ बाबासाहेब आंबेडकर जी को महामानव भी कहा जाता है, क्योंकि उन्होंने ने दिन, दलित, शोषित, पीड़ित मानव के साथ साथ सभी मानव जाति के हितों का ध्यान रखकर कार्य सम्पादित किया। डॉ आंबेडकर इस देश में एक ऐसी मिसाल कायम की है कि, जिसकी प्रशंसा विदेशों में भी की जाती है। इसीलिए डॉ बाबासाहेब आंबेडकर जी की जयंती विश्व के कई देशों में मनाई जाती है।
इस अवसर पर जयंती समारोह में उपस्थित आरपीआई के राष्ट्रीय महासचिव डॉ मोहनलाल पाटिल ने संबोधित करते हुए कहा कि डॉ बाबासाहेब आंबेडकर जी ने हमें सम्मान का जीवन जीने का अधिकार दिया तथा एक श्रेष्ठ समाज की स्थापना कर हमारा जीवनस्तर उंचा किया। अब हमारा दायित्व है कि इसे बरकरार रखकर उनके सपनों को साकार किया जाय, तभी सही मायने में उनकी जयंती का मानी जायेगी। समारोह में उपस्थित बीएसआई के राष्ट्रीय सचिव बी टी गजभिये, समता सैनिक दल के प्रदेश संरक्षक यू जी चवरे, अजाक्स महासचिव गौतम पाटिल, बीएसआई के प्रदेश महासचिव चिंतामन पगारे, आदि ने समारोह को संबोधित करते हुए अपने अपने विचार व्यक्त किये। समारोह का संचालन समिति के महासचिव वामन जंजाले ने किया। इसके पश्चात महाराष्ट्र के प्रख्यात कवि, लेखक, गायक, नाटककार एवं प्रबोधनकार अनिरुद्ध वनकर जी द्वारा डॉ बाबासाहेब आंबेडकर जी की जिवनी पर आधारित गीतों को पेश किया गया, जिसे सुनकर सभी श्रोतागण झुमने के लिए मजबूर हो गये तथा तालियो की गड़गड़ाहट से पूरा प्रांगण गूंज उठा। समारोह में भारी संख्या में भोपाल के विभिन्न क्षेत्रों के बौद्ध अनुयाई उपस्थित थे।