डॉ. धनंजय वर्मा स्मृति व्याख्यानमाला एवं स्मृति प्रसंग’ हुआ आयोजित’

डॉ. धनंजय वर्मा की स्मृति में ‘आलोचना सम्मान’ की घोषणा
‘विश्व रंग’ 2024 के अंतर्गत वनमाली सृजन पीठ, आईसेक्ट पब्लिकेशन, दुष्यंत कुमार स्मारक पांडुलिपि संग्रहालय एवं रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय, भोपाल के संयुक्त तत्वावधान में ‘डॉ. धनंजय वर्मा स्मृति व्याख्यानमाला एवं स्मृति प्रसंग’ का आयोजन उनके जन्मदिवस के अवसर पर दुष्यंत कुमार स्मारक पांडुलिपि संग्रहालय में आयोजित किया गया। व्याख्यान माला एवं स्मृति प्रसंग कार्यक्रम श्री संतोष चौबे, वरिष्ठ कवि–कथाकार, निदेशक, विश्व रंग एवं कुलाधिपति, रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय, भोपाल की अध्यक्षता में आयोजित किया गया। श्री संतोष चौबे ने इस अवसर पर धनंजय वर्मा के साहित्यिक अवदान और उनसे जुड़े कई महत्वपूर्ण साहित्यिक, सांस्कृतिक और वैचारिक विमर्श को अपने उद्बोधन में व्यक्त किया। व्याख्यानमाला में वरिष्ठ कवि प्रोफेसर बद्री नारायण ने ‘सांस्कृतिक प्रतिरोध और समन्वय’ विषय पर अपना व्याख्यान दिया। वरिष्ठ रचनाकार श्री रामप्रकाश त्रिपाठी ने धनंजय वर्मा के व्यक्तित्व से जुड़े पहलुओं पर विचार व्यक्त किए। स्वागत वक्तव्य एवं कार्यक्रम का संचालन वरिष्ठ कथाकार एवं ‘वनमाली कथा’ के प्रधान संपादक श्री मुकेश वर्मा द्वारा किया गया। इस अवसर पर डॉ. धनंजय वर्मा पर केंद्रित फिल्म का प्रर्दशन किया गया। डॉ. धनंजय वर्मा के व्यक्तित्व और कृतित्व पर केंद्रित राग भोपाली पत्रिका का अंक और पुस्तक भी लोकार्पित की गई। इस अवसर पर डॉ. धनंजय वर्मा की पत्नी श्रीमती करुणा वर्मा और दोनों बेटियाँ निवेदिता जी और मनीषा जी सहित कई वरिष्ठ एवं युवा रचनाकारों ने अपनी रचनात्मक उपस्थिति दर्ज कराई।
उल्लेखनीय है कि इस अवसर पर डॉ. धनंजय वर्मा की स्मृति में आगामी वर्ष से आलोचना के क्षेत्र में ‘आलोचना सम्मान’ देने की घोषणा की गई। आभार वरिष्ठ कवि श्री बलराम गुमास्ता द्वारा व्यक्त किया गया। कार्यक्रम का संयोजन सुश्री ज्योति रघुवंशी, राष्ट्रीय संयोजक, वनमाली सृजन पीठ द्वारा किया गया।