विक्रम विश्वविद्यालय में हुआ डॉ. जवाहर कर्णावट का सम्मान और विदेश में हिंदी पत्रकारिता पुस्तक पर चर्चा।

भोपाल। विक्रम विश्वविद्यालय उज्जैन की हिंदी अध्ययनशाला, पत्रकारिता एवं जनसंचार अध्ययनशाला तथा ललित कला अध्ययनशाला के संयुक्त तत्वावधान में मध्य प्रदेश के प्रख्यात लेखक एवं भारत सरकार द्वारा विश्व हिंदी सम्मान से सम्मानित डॉक्टर जवाहर कर्णावट को वाग्देवी भवन में आयोजित भव्य समारोह में सम्मानित किया गया तथा उनकी हाल ही में प्रकाशित पुस्तक ‘विदेश में हिंदी पत्रकारिता ‘पर राष्ट्रीय विमर्श आयोजित किया गया।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि पूर्व संभागायुक्त एवं पूर्व कुलपति डॉ मोहन गुप्त थे। अध्यक्षता कुलगुरु प्रो अर्पण भारद्वाज ने की। कार्यक्रम के मुख्य वक्ता कुलानुशासक एवं हिंदी विभागाध्यक्ष प्रो शैलेंद्र कुमार शर्मा, विशिष्ट वक्ता प्रो गीता नायक, डॉ पिलकेंद्र अरोरा, प्रो जगदीश चंद्र शर्मा आदि रहे।
अध्यक्षता करते हुए कुलगुरु प्रो अर्पण भारद्वाज ने कहा कि डॉ कर्नावट की पुस्तक पूरे विश्व में हिंदी की गौरव गाथा से साक्षात्कार कराती है। हिंदी के साथ हमें भारत की भाषाओं के प्रति गौरव का भाव उत्पन्न करना चाहिए। इस पुस्तक के माध्यम से विभिन्न विज्ञानों से जुड़े लोग भी ज्ञान प्राप्त कर सकते हैं।
लेखक एवं अध्ययनशाला के पूर्व विद्यार्थी डॉ जवाहर कर्नावट ने इस पुस्तक की लेखन प्रक्रिया पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि विश्व के अनेक देशों में हिंदी पत्रकारिता केवल कुछ पत्र पत्रिकाओं के प्रकाशन तक सीमित नहीं रही। वह भारतवंशियों के संघर्ष का गौरवमयी इतिहास है।
इस अवसर पर अतिथियों द्वारा पुस्तक के लेखक डॉ जवाहर कर्नावट को अंग वस्त्र, मौक्तिक माल एवं साहित्य भेंट कर उनका सारस्वत सम्मान किया गया।
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