अंतरराष्ट्रीय वेद ज्योतिष विज्ञान संगोष्ठी में डॉ. विनीत तिवारी सम्मानित

भोपाल । श्री वेदामृतम् संस्थानम् और इंटरनेशनल एस्ट्रोलॉजी रिसर्च सेंटर के संयुक्त तत्वावधान में जयपुर में आयोजित अंतरराष्ट्रीय वेद ज्योतिष विज्ञान संगोष्ठी में अखिल भारतीय ज्योतिष महासंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. विनीत तिवारी को ज्योतिष के क्षेत्र में उनके उल्लेखनीय योगदान के लिए श्री वेदामृतम् संस्थानम् जयपुर फाउंडेशन एवं इंटरनेशनल एस्ट्रोलॉजी रिसर्च सेंटर , जयपुर द्वारा वेदामृतम् सम्मान से सम्मानित किया गया। इस अवसर पर डॉ. तिवारी को सम्मान पत्र के साथ स्मृति चिन्ह भेंट किया गया । यह सम्मान कार्यक्रम के समापन सत्र में अतिथियों द्वारा प्रदान किया गया । उल्लेखनीय है कि डॉ. विनीत तिवारी को इस कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि एवं वक्ता के रूप में आमंत्रित किया गया था।
डॉ. विनीत तिवारी ने माँ सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण कर और दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। अपने उद्बोधन में उन्होंने *वेद , यज्ञ और ज्योतिष का पर्यावरण संरक्षण में योगदान* विषय पर प्राचीन भारतीय ज्ञान परंपरा , वेद , यज्ञ और ज्योतिष के पर्यावरण संरक्षण से गहरे संबंध को रेखांकित किया। यह आयोजन भारतीय सांस्कृतिक धरोहर के संरक्षण और पर्यावरण जागरूकता को बढ़ावा देने का एक सशक्त मंच साबित हुआ ।
कार्यक्रम में जगद्गुरु रामानुजाचार्य डॉ. स्वामी बालगोविंदाचार्य जी महाराज, पूर्व मंत्री धीरज गुर्जर, पूर्व मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास, पूर्व मंत्री पवन गोदारा , विधायक बालमुकुंद आचार्य, भारतीय जनता पार्टी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष डॉ. अरुण चतुर्वेदी , देश के प्रमुख कानूनविद् इंटरनेशनल रोमा यूनिवर्सिटी के कुलाधिपति डॉ. एच.सी. गनेशिया, महामंडलेश्वर बालक दास जी महाराज, श्री हरिशंकर वेदांती जी महाराज, जगद्गुरु रामानंदाचार्य संस्कृत विश्वविद्यालय के कुलगुरु प्रो. रामसेवक जी दुबे, आई.ए.एस. अल्पना जी एवं मोहनलाल जी यादव, ब्राह्मण सभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष पंडित सुरेश शर्मा , राजपूत करणी सेना के अध्यक्ष शिव सिंह शेखावत , राजस्थान संस्कृत अकादमी की निदेशक डॉ. लता श्रीमाली , वर्ल्ड रिकॉर्ड ऑफ एक्सीलेंस के इंडिया चैप्टर के उपाध्यक्ष डॉ उमाकांत शर्मा , श्री वेदामृतम् संस्थानम् के अध्यक्ष पंडित दिलीप अवस्थी, इंटरनेशनल एस्ट्रोलॉजी रिसर्च सेंटर के अध्यक्ष पंडित पवन शर्मा , आचार्य श्वेता खंडेलवाल , पंडित अभिषेक अवस्थी , आरजू अवस्थी सहित देश-विदेश से पधारे अनेक विद्वान उपस्थित थे।