एक रोटी कम खाओ लेकिन बेटियों को पढ़ाओ- सरिता तायवडे
बाबा साहब अंबेडकर की जयंती पर एक ही परिवार के लोगों ने कराया वेज बिरयानी का स्वल्पाहार

भोपाल, 14 अप्रैल । राजधानी में सोमवार को संविधान निर्माता डॉक्टर बाबासाहेब अंबेडकर की जयंती धूमधाम से मनाई गई। एमपी नगर स्थित बोर्ड ऑफिस चौराहे पर बाबा साहब की प्रतिमा के सामने हजारों की तादाद में लोग पहुंचे और अपने प्रिय नेता को पुष्पांजलि अर्पित करते हुए नमन किया। यहां पर समाजसेवियों द्वारा खाने-पीने की निशुल्क सामग्रियां बांटी गईं। शहर की उद्यमी सरिता तायवडे, रमेश मोरे और शोभा मोरे ने अपने खुद के खर्च पर सैकड़ों लोगों को वेज बिरयानी और पुलाव परोसा।
तीन वर्षों से लगातार कर रहे हैं सेवा
महिला उद्यमी सरिता तायवडे ने कहा कि उनके परिवार के लोग मिलकर लगातार 3 वर्षों से बाबा साहब की जयंती पर स्वल्पाहार और प्रसादी का वितरण कर रहे हैं। सरिता ने कहा कि बाबा साहब ने महिलाओं को अधिकार दिलाया है। हमें बेटियों की शिक्षा पर ध्यान देना चाहिए। भले ही एक रोटी कम खाओ लेकिन बेटियों को पढ़ाओ। उन्होंने कहा कि आज बेटियां ट्रेन और एयरोप्लेन चला रहीं हैं तथा सेना से लेकर हर क्षेत्र में पुरुषों से कंधे से कंधा मिलाकर काम कर रही हैं। समाज सेवी रमेश मोरे ने कहा कि बाबा साहब ने संविधान में सभी वर्ग के लोगों को अधिकार दिलाया है। आजादी के बाद महात्मा गांधी और नेहरू संविधान लिखने के लिए अंग्रेजों की मदद मांग रहे थे लेकिन अंग्रेजों ने कहा कि आपके यहां मुझसे भी बड़े विद्वान बाबा साहब अंबेडकर भारत में मौजूद हैं।