इवॉल्वएडी: निसान के समर्थन से संचालित रिसर्च प्रोजेक्ट ने ऑटोनोमस ड्राइविंग को लेकर यूके की तैयारियों को आगे बढ़ाया

यूके सरकार द्वारा वित्तपोषित कंसोर्टियम प्रोजेक्ट से ऑटोनोमस ड्राइव की क्षमता बढ़ी है और सप्लाई चेन को लेकर तैयारियों को तकनीकी समर्थन मिला है
• अत्याधुनिक एडी टेक्नोलॉजी से लैस 100 प्रतिशत इलेक्ट्रिक निसान लीफ का परीक्षण जटिल शहरी एवं ग्रामीण सड़कों पर किया गया
• निसान के समर्थन से संचालित सफल रिसर्च प्रोजेक्ट्स ह्यूमनड्राइव और सर्वसिटी के आधार पर तैयार इवॉल्वएडी को यूके में एडी टेक्नोलॉजी की सबसे सख्त टेस्टिंग से गुजारा गया है
• तीन प्रोजेक्ट्स के तहत 8 वर्षों में बिना किसी दुर्घटना के ऑटोनोमस ड्राइविंग के माध्यम से 16,000 मील से ज्यादा की दूरी तय की गई है
क्रेनफील्ड, यूके- पांच इंडस्ट्री पार्टनर्स वाले एक कंसोर्टियम ने यूके का नवीनतम ऑटोनोमस ड्राइविंग (एडी) रिसर्च प्रोजेक्ट पूरा कर लिया है। यह देश में अब तक का सबसे सख्त रिसर्च प्रोजेक्ट रहा है।यूके में निसान के पुराने प्रोजेक्ट्स ह्यूमनड्राइव एवं सर्वसिटी के आधार पर तैयार इवॉल्वएडी ने ऑटोनोमस मोबिलिटी के सपनों को सच के करीब ला दिया है। यह सुरक्षित, स्वच्छ एवं ज्यादा समावेशी दुनिया बनाने के कंपनी के ग्लोबल विजन का हिस्सा है।इस प्रोजेक्ट ने आठ वर्ष पूरे कर लिए हैं। इस दौरान देश के विभिन्न मोटरवे, शहरी केंद्रों, आवासीय गलियों और गांवों में ऑटोनोमस ड्राइविंग के साथ 16,000 मील से ज्यादा दूरी तय की गई और एक भी एक्सीडेंट नहीं हुआ।निसान एएमआईईओ (अफ्रीका, मिडल ईस्ट, इंडिया, यूरोप एवं ओसियानिया) के रीजन रिसर्च एंड डेवलपमेंट सीनियर वाइस प्रेसिडेंट डेविड मोस ने कहा, ‘सभी तीन रिचर्स प्रोजेक्ट बहुत सफल रहे हैं। इनसे हमारी जानकारी बढ़ी है और इस बात को लेकर समझ बेहतर हुई है कि कैसे एडी टेक्नोलॉजी ड्राइविंग के दौरान विभिन्न चुनौतियों का सामना कर सकती है।’उन्होंने आगे कहा, ‘एडवांस एडी मोबिलिटी की दिशा में अपने समर्पित भागीदारों के साथ काम करना शानदार अनुभव रहा है। मानवीय गलतियों को कम करते हुए ड्राइविंग को सुरक्षित बनाकर और दक्षता बढ़ाकर इसे ज्यादा स्वच्छ बनाते हुए यह टेक्नोलॉजी कई ऐसे लोगों के लिए भी मोबिलिटी को आसान बनाएगी, जो जगह, उम्र या शारीरिक परेशानियों की वजह से इससे वंचित हैं। क्रेनफील्ड में निसान टेक्निकल सेंटर यूरोप की हमारी प्रतिभाशाली यूके टीम इस टेक्नोलॉजी को विकसित करने का काम करती रहेगी। हम आगामी वर्षों में ग्राहकों के लिए एडी मोबिलिटी सर्विस को पेश करने को लेकर उत्साहित हैं।’इवॉल्वएडी की सफलता से एडी की दिशा में अगले चरण की ओर कदम बढ़ गए हैं, जिसके माध्यम से भविष्य में एडी सिस्टम एवं सर्विसेज को लेकर ब्रिटेन के शहरों एवं अन्य क्षेत्रों की तैयारियों का मूल्यांकन किया जाएगा।टेक्निकल लीड के रूप में निसान के साथ कुल पांच भागीदारों के कंसोर्टियम द्वारा तैयार इवॉल्वएडी की फंडिंग सरकार और इस कंसोर्टियम के भागीदारों ने मिलकर की है। सरकार के 100 मिलियन यूरो के इंटेलीजेंट मोबिलिटी फंड की जिम्मेदारी सेंटर फॉर कनेक्टेड एंड ऑटोनोमस व्हीकल्स (सीसीएवी) द्वारा संभाली गई और इसे यूके की इनोवेशन एजेंसी इनोवेट यूके के माध्यम से प्रदान किया गया।21 महीनों में पांचों भागीदारों – निसान, कनेक्टेड प्लेसेज कैटापुल्ट, ह्यूमनाइजिंग ऑटोनॉमी, एसबीडी ऑटोमोटिव और टीआरएल ने भविष्य में यूके में बड़े पैमाने पर एडी टेक्नोलॉजी को उपलब्ध कराने के लिए यूके की सप्लाई चेन की तैयारियों में मदद के लिए तकनीकी समर्थन प्रदान किया।निसान जापान (निसान रिसर्च सेंटर), यूके (निसान टेक्निकल सेंटर यूरोप) और अमेरिका (निसान एडवांस्ड टेक्नोलॉजी सेंटर, सिलिकन वैली) के साथ वैश्विक स्तर पर ‘ऑटोनोमस मोबिलिटी सर्विस’ रिसर्च को अंजाम दे रही है। इसमें योकोहामा, जापान में नवीनतम ‘ईजी राइड’ सेरेना एडी व्हीकल टेस्टिंग भी शामिल है, जहां कंपनी का लक्ष्य ऑटोनोमस मोबिलिटी सर्विसेज को लॉन्च करना है।इवॉल्वएडी वैश्विक स्तर पर ऑटोनोमस मोबिलिटी के विकास की निसान की मौजूदा पहल में योगदान दे रही है। इसके लिए जरूरी इनसाइट्स एवं डाटा साझा किए गए हैं। इससे यह समझने में मदद मिली है कि कैसे दुनियाभर में अलग-अलग परिस्थितियों में सुरक्षित ड्राइविंग के लिए टेक्नोलॉजी को तैयार किया जा सकता है।इवॉल्वएडी के दौरान कनेक्टेड एवं ऑटोनोमस व्हीकल्स (सीएवी) को विभिन्न सिमुलेटर्स एवं प्राइवेट टेस्ट ट्रैक पर परखा गया। इसके बाद शहरी आवासीय एवं ग्रामीण सड़कों पर इनका परीक्षण किया गया, जो यूके में अब तक एडी टेक्नोलॉजी का सबसे सख्त परीक्षण था।इन सड़कों ने एडी टेक्नोलॉजी के समक्ष अनूठी चुनौतियां पेश कीं, जिनमें शहरी आवासीय इलाकों में पतली एवं सिंगल लेन सड़कों पर कम स्पीड में ड्राइविंग जैसी चुनौतियां शामिल हैं। ग्रामीण क्षेत्रों में बिना निशान वाले वाइंडिंग रोड पर ज्यादा स्पीड वाले रूट्स के लिए निसान ने इन एडी व्हीकल्स में चेसिस कंट्रोल सिस्टम दिया है। इससे इनका ब्रेक एवं स्टीयरिंग बेहतर होता है और ये व्हीकल एडवांस्ड ड्राइवर की तरह काम करने में सक्षम होते हैं।
शहरी गलियों में सीसीटीवी जैसे इन्फ्रास्ट्रक्चर का प्रयोग करते हुए इवॉल्वएडी सीएवी ने परिस्थिति के हिसाब से अपनी सतर्कता बढ़ाने के लिए जरूरी जानकारी जुटाई। इससे इस बारे में एक विशेष अध्ययन किया जा सका कि कैसे व्हीकल टु इन्फ्रास्ट्रक्चर (वी2आई) का प्रयोग सीएवी के प्रदर्शन को बेहतर बनाने में किया जा सकता है। साथ ही इससे नई वी2आई टेक्नोलॉजी के विकास का रास्त भी खुला।
निसान टेक्निकल सेंटर यूरोप (एनटीसीई) के इवॉल्वएडी प्रोजेक्ट मैनेजर एवं निसान रिसर्च एंड एडवांस्ड इंजीनियरिंग टीम के मैनेजर रॉबर्ट बेटमैन ने कहा, ‘इवॉल्वएडी एवं अन्य पिछले प्रोजेक्ट्स के सफल समापन के बाद अब हम एडी सिस्टम की पेशकश को लेकर यूके की तैयारियों को परखने की दिशा में काम करेंगे।’उन्होंने आगे कहा, ‘आगे चलकर भागीदारों के साथ काम करते हुए हमें पूरे देश में इन्फ्रास्ट्रक्चर एवं नियामकीय जरूरतों को लेकर पूरी तरह से समझ विकसित करने की जरूरत है। इसके माध्यम से हमें नीति निर्माताओं एवं शहरी योजनाकारों को महत्वपूर्ण जानकारियां प्रदान करनी होंगी, जिससे यह सुनिश्चित होगा कि सही समय पर सही तरीके से एडी मोबिलिटी सर्विसेज को पेश किया जा सके।’