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सरिता का प्रवाह रुकना नहीं चाहिए :- प्रो. सी.सी. त्रिपाठी

सरिता का प्रवाह रुकना नहीं चाहिए :- प्रो. सी.सी. त्रिपाठ

राजभाषा पत्रिका “संपर्क सरिता” के 25 वे वर्ष के अंक का विमोचन
एनआईटीटीटीआर भोपाल में राजभाषा त्रैमासिक पत्रिका ‘‘संपर्क सरिता’’ का विमोचन निटर निदेशक प्रो. सी.सी. त्रिपाठी द्वारा किया गया। इस अवसर पर प्रो. त्रिपाठी ने कहा कि राजभाषा पत्रिका ‘‘संपर्क सरिता’’ का प्रवाह रुकना नहीं चाहिए। हम हिंदी के कार्यों को प्राथमिकता के आधार पर दिल से करते है। संस्थान की पत्रिका ‘‘संपर्क सरिता’’ हिंदी के प्रचार प्रसार की दिशा में प्रशंसनीय प्रयास है। इस अवसर पर पत्रिका के संपादक डॉ. पी.के. पुरोहित ने बताया कि राजभाषा पत्रिका ‘‘संपर्क सरिता’’ का प्रकाशन गत 25 वर्षों से किया जा रहा है। विगत 25 वर्षों से बिना किसी अवरोध के राजभाषा पत्रिका का समय पर प्रकाशन किसी भी संस्थान के लिए गर्व एवं हिंदी के प्रति उसकी प्रतिबध्त्ता को दर्शाता है। इस पत्रिका में संस्थान द्वारा देशभर में आयोजित किये जाने वाले प्रशिक्षण कार्यक्रम, विभिन्न गतिविधियां, परियोजनाएं, विदेशी शिक्षकों के लिये आयोजित किये जाने वाले प्रशिक्षण कार्यक्रम, उद्योग जगत के लिए आयोजित किये जाने कार्यक्रमों की विस्तृत जानकारी सचित्र प्रकाशित की जाती है। ‘‘संपर्क सरिता’’ के माध्यम से देशभर के विभिन्न संस्थानों के साथ महत्वपूर्ण जानकारी साझा कर सतत संपर्क बना रहता है। वर्तमान में संपर्क सरिता को ई-पत्रिका के रूप में प्रकाशित किया जा रहा है। इस अवसर पर पत्रिका के डिज़ाइनर श्री जीतेन्द्र चतुर्वेदी, सह संपादक श्रीमती बबली चतुर्वेदी, श्री संजय त्रिपाठी सहित संस्थान के संकाय/अधिकारीगण/कर्मचारीगण उपस्थित थे।

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