गीता एक निर्विवाद ग्रंथ है इसे पाठ्यक्रम में शामिल करना चाहिए -पंडित रामकिशोर वैदिक
गीता जयंती पर मरघटिया मंदिर में विद्वानों का किया गया सम्मान


भोपाल। गीता जयंती महोत्सव पर प्रदेश भर में कार्यक्रम आयोजित किए गए। राजधानी स्थित मरघटिया मंदिर में पंडित गंगा प्रसाद शास्त्री के नेतृत्व में गीता जयंती महोत्सव मनाया गया और विद्वानों को सम्मानित किया गया । इस अवसर पर भागवताचार्य पंडित रामकिशोर वैदिक ने कहा कि गीता जयंती इसलिए मनाई जाती है क्योंकि आज के दिन ही भगवान कृष्ण ने अर्जुन को उपदेश दिया था । उन्होंने कहा कि इस पवित्र ग्रंथ को याद ही करना होगा ।गीता आज विश्व पटल पर स्थापित है। जब गीता के श्लोक विद्वानों द्वारा पढ़े जाते हैं और उनका व्याख्यान किया जाता है तो गीता की प्रमुख बातें लोगों के बीच पहुंचती हैं । पंडित राम किशोर वैदिक ने कहा कि गीता एक निर्विवाद ग्रंथ है इसको पाठ्यक्रम में शामिल किया जाना चाहिए। आज मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव के नेतृत्व में पूरे प्रदेश भर में गीता महोत्सव मनाया जा रहा यह बहुत अच्छी पहल है। इसका असर आमजन के मन मस्तिष्क पर पड़ेगा और गीता का संदेश लोगों तक पहुंचेगा।


