जाओ रानी याद रखेंगे ये कृतज्ञ भारतवासी, वीरांगना महारानी लक्ष्मीबाई जन्म जयंती समारोह का हुआ आयोजन



भोपाल। महारानी लक्ष्मीबाई शासकीय कन्या स्नातकोत्तर स्वशासी महाविद्यालय भोपाल में वीरांगना महारानी लक्ष्मीबाई जन्म जयंती समारोह का आयोजन महाविद्यालय के डॉक्टर शंकर दयाल शर्मा स्मृति सभागार में राष्ट्रीय कला मंच एवं महाविद्यालय के हिंदी एवं इतिहास विभाग के संयुक्त तत्वावधान में किया गया। कार्यक्रम के प्रारंभ में महारानी लक्ष्मीबाई की प्रतिमा पर प्राचार्य डॉ. अजय अग्रवाल द्वारा माल्यार्पण किया गया। कार्यक्रम में रौनक पांचाल एवं महक हिरवे ने महारानी लक्ष्मीबाई पर केंद्रित कविता का वाचन किया । इसी अवसर पर डॉ रुपाली जैन ने सुभद्रा कुमारी चौहान की कालजयी कविता बुंदेले हरबोलों के मुंह हमने सुनी कहानी थी खूब लड़ी मर्दानी वह तो झांसी वाली रानी थी- का सस्वर गायन किया। राष्ट्रीय कला मंच की अंजलि राठौर ने भी महारानी लक्ष्मीबाई के जीवन पर प्रकाश डाला ।इस अवसर पर छात्राओं ने वीरांगना लक्ष्मीबाई की रूप सज्जा भी धारण की। राष्ट्रीय कला मंच की प्रीति पवार ने भी इस अवसर पर अपने विचार रखे।इतिहास विभाग की डॉ. अमिता सिंह एवं डॉ राजेश अग्रवाल ने वीरांगना महारानी लक्ष्मीबाई के जीवन और उनके शौर्य से जुड़े अज्ञात और अनछुए प्रसंगों पर प्रकाश डाला। महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. अजय अग्रवाल ने अपने उद्बोधन में कहा कि महारानी लक्ष्मीबाई का जीवन स्वतंत्रता के संघर्ष की महागाथा है, उनके संघर्ष से हमें आज प्रेरणा लेने की आवश्यकता है। कार्यक्रम का संयोजन एवं संचालन कर रहे हिंदी विभाग के प्राध्यापक डॉ.सुधीर कुमार शर्मा ने भी सुभद्रा कुमारी चौहान की प्रसिद्ध कविता झांसी की रानी के कुछ छंदों का गायन किया – जाओ रानी याद रखेंगे ये कृतज्ञ भारतवासी। ये तेरा बलिदान जगाएगा स्वतंत्रता अविनाशी। कार्यक्रम में महाविद्यालय की छात्राओं समेत वरिष्ठ प्राध्यापक डॉ. प्रवीण तमोट, डॉ. भारती जैन, डॉ. बीएमसी भदौरिया तथा महाविद्यालय का शैक्षणिक वर्ग भी उपस्थित रहा।


