एजुकेशनमध्य प्रदेश

सफलता के लिए कठिन परिश्रम और अच्छा व्यवहार जरूरी-आनंद कुमार 

एजीयू एस्पायर अवॉर्ड में सुपर 30 फाउंडर आनंद कुमार ने सक्सेस के लिए हार्ड वर्क और गुड बिहेवियर का दिया मंत्र

कार्यक्रम में सांस्कृतिक गतिविधियों की कड़ी में म्यूजिकल नाइट का आयोजन हुआ जिसमें रूट्स बैंड द्वारा लाइव परफॉर्मेंस दी गई

– कार्यक्रम में 47 कैटेगरीज में 440 फैकल्टीज एवं एम्पलाइज को प्रदान किए गए अवॉर्ड

भोपाल। एम्पलाईज के अचीवमेंट्स को सेलिब्रेट करने और उन्हें प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से आईसेक्ट विश्वविद्यालय समूह द्वारा एजीयू एस्पायर अवॉर्ड का आयोजन शुक्रवार को होटल ताज में किया गया। इस दौरान कार्यक्रम में सुपर 30 के फाउंडर और मोटिवेशनल स्पीकर आनंद कुमार कार्यक्रम में मौजूद रहे। उनके साथ अन्य अतिथियों में आईसेक्ट के चेयरमैन संतोष चौबे, स्कोप ग्लोबल स्किल्स यूनिवर्सिटी के चांसलर डॉ. सिद्धार्थ चतुर्वेदी, आईसेक्ट समूह की एग्जीक्यूटिव वाइस प्रेसिडेंट डॉ. पल्लवी राव चतुर्वेदी, आईसेक्ट ग्रुप ऑफ यूनिवर्सिटीज की डायरेक्टर डॉ. अदिति चतुर्वेदे वत्स विशेष रूप से उपस्थित रहे। इसके अलावा आईसेक्ट विश्वविद्यालय समूह के अंतर्गत आने वाली रबीन्द्रनाथ टैगोर यूनिवर्सिटी, डॉ. सीवी रमन यूनिवर्सिटी खंडवा, डॉ. सीवी रमन यूनिवर्सिटी बिलासपुर, डॉ. सीवी रमन यूनिवर्सिटी वैशाली, स्कोप ग्लोबल स्किल्स यूनिवर्सिटी भोपाल और आईसेक्ट विश्वविद्यालय हजारीबाग से फैकल्टीज बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।

कार्यक्रम की शुरुआत संतोष चौबे द्वारा स्वागत वक्तव्य से की गई। उन्होंने अपने वक्तव्य में आईसेक्ट विश्वविद्यालय समूह से परिचित कराते हुए शिक्षा के क्षेत्र में की जा रही अभिनव पहल से अवगत कराया। आगे उन्होंने अपने वक्तव्य में आईसेक्ट की 38 साल की यात्रा का जिक्र करते हुए भविष्य की संभावनाओं की बात की। उन्होंने देशभर से आए आईसेक्ट के सभी फैकल्टीज को धन्यवाद दिया एवं आज सम्मानित होने वाले साथियों को शुभकामनाएं दीं।

इसके बाद सुपर 30 फाउंडर आनंद कुमार ने अपने वक्तव्य में आईसेक्ट द्वारा संतोष चौबे जी के मार्गदर्शन में ग्रामीण क्षेत्रों में शिक्षा और स्वरोजगार को लेकर किए जा रहे कार्यों की सराहना की और बताया कि मेरा भी कार्य इसी क्षेत्र में रहा है। उन्होंने कहा कि भारत में ग्रामीण क्षेत्रों में कार्य किया जाना आज की महती आवश्यकता है। वह कार्य भले छोटा ही क्यों न हो परंतु भारत को विकसित बनाने की दिशा में उसका महत्व बहुत अधिक है। आगे उन्होंने शिक्षकों को सफलता के मंत्र देते हुए कहा कि हार्ड वर्क और गुड बिहेवियर ही दो ऐसी चीजें जो एक शिक्षक के जीवन को सफल बनाती हैं। इसलिए कितना भी संघर्ष रहे आप मेहनत से अपना कार्य करते रहें, एक समय आएगा जब चीजें आपके मुताबिक होने लग जाएंगी। उन्होंने अपने पिता की बात को याद करते हुए कहा कि वे कहा करते थे किसी भी कार्य को छोटा नहीं समझना चाहिए, बल्कि अपने कार्य करने को तरीके को वर्ल्ड क्लास का बना लेना चाहिए फिर सफलता मिलती ही है। ये बात संतोष चौबे जी में भी झलकती है। साथ ही अपने वक्तव्य में आनंद कुमार ने रिसर्च और इनोवेशंस को बढ़ावा देने के लिए शिक्षकों को प्रोत्साहित किया। उन्होंने वर्टिकल फार्मिंग, अल्टरनेट एनर्जी जैसे विषयों पर अधिक से अधिक कार्य किए जाने की बात कही।

इसके बाद कार्यक्रम में बेस्ट एजुकेटर अवार्ड, आउटस्टैंडिंग कॉन्ट्रीब्यूशन इन रिसर्च, बेस्ट डिपार्टमेंट अवार्ड, स्पोर्ट्स आईकन अवॉर्ड, सस्टेनेबिलिटी चैम्पियन अवार्ड, सोशल इंपैक्ट अवार्ड, डिजिटल कंटेंट क्रिएशन अवार्ड, प्लेसमेंट एक्सीलेंस अवार्ड जैसी 47 कैटेगरीज में आईसेक्ट विश्वविद्यालय समूह के 440 फैकल्टीज एवं एम्पलाइज को अवॉर्ड प्रदान किए गए। कार्यक्रम में विश्वरंग न्यूजलेटर और स्कोप ग्लोबल स्किल्स यूनिवर्सिटी द्वारा तैयार की गई स्किल गैप सर्वे रिपोर्ट का विमोचन भी किया गया। इस दौरान सांस्कृतिक गतिविधियों का भी आयोजन किया गया जिसमें आरएनटीयू, एसजीएसयू, सीवीआरयू खंडवा, सीवीआरयू वैशाली, सीवीआरयू बिलासपुर और आईसेक्ट यूनिवर्सिटी हजारीबाग के एम्पलाइज द्वारा अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करते हुए सिगिंग-डांसिंग इत्यादि टैलेंट को मंच पर पेश किया। शाम के सत्र में म्यूजिकल नाइट का आयोजन किया गया जिसमें रूट्स बैंड द्वारा लाइव परफॉर्मेंस दी गई।

 

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