वाल्मीकि जयंती के उपलक्ष्य में समरसता सम्मेलन आयोजित
सफाई कर्मचारियों की समस्याओं का निराकरण करे सरकार - कमल किशोर कोड़े

उम्मीद है सरकार सफाई कामगारों की मांगों को मानेगी -विशाल कल्याणे
भोपाल । राजधानी स्थित मानस भवन में रामायण के रचयिता वाल्मीकि जी की जयंती के उपलक्ष्य में समरसता सम्मेलन का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव, दक्षिण पश्चिम विधानसभा से विधायक भगवान दास सबनानी, नगर निगम अध्यक्ष किशन सूर्यवंशी और विशेष तौर पर बाल योगी उमेश नाथ जी वाल्मीकि धाम पीठ के संस्थापक मौजूद रहे। समाज के पदाधिकारियों द्वारा सफाई कर्मचारियों की मांगों के बारे में मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव को अवगत कराया गया। वाल्मीकि समाज अधिकारी कर्मचारी संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष कमल किशोर कोड़े ने कहा कि आज मुख्यमंत्री मोहन यादव और बाल योगी उमेश नाथ जी की मौजूदगी में समरसता सम्मेलन का आयोजन किया गया । यह कार्यक्रम रामायण के रचयिता श्री वाल्मीकि जी की जयंती के उपलक्ष्य में था । कमल किशोर कोड़े ने कहा कि बाल्मीकि समाज आज भी कई प्रकार से शोषण का शिकार हो रहा है। उन्होंने कहा कि वाल्मीकि समाज के 80 प्रतिशत लोग सफाई कार्यों से जुड़े हैं लेकिन उन्हें नियमित नहीं किया गया है। कई कर्मचारियों को आज आधा वेतन मिल रहा है । देश की जनसंख्या एक अरब 40 करोड़ पहुंच चुकी है लेकिन सफाई कर्मचारियों की संख्या में वृद्धि नहीं हुई है । सरकार द्वारा आयुटसोर्स को ठेका दे दिया गया है जिसके माध्यम से कर्मचारियों का शोषण हो रहा है । कर्मचारियों का पीएफ कट रहा लेकिन उसकी कोई भी डिटेल उपलब्ध नहीं कराई जाती, पीएफ का पता ही नहीं चल रहा। इसके अलावा रिश्वत लेकर भी भर्ती की जा रही है । उन्होंने कहा कि वाल्मीकि समाज की विभिन्न मांगों और समस्याओं को लेकर 27 दिसंबर को मानस भवन में सभी वर्ग के वाल्मीकि समाज के कर्मचारियों को एकत्रित किया जाएगा । यदि सरकार आरक्षण वर्गीकृत नहीं करती, आउटसोर्स को बंद नहीं किया जाता है , कर्मचारियों का नियमितीकरण नहीं होता और इंटरव्यू से समाप्त नहीं किया जा रहा तथा योग्यता के आधार पर नियुक्ति नहीं की जाती और 2013 के संशोधन का पालन नहीं हुआ तो हम सफाई कार्य बंद कर देंगे। पहले मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री को ज्ञापन सौंपा जाएगा यदि हमारी मांगों का निराकरण नहीं होता तो आखरी रास्ता हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट ही रहेगा और हम अपनी मांगों को लेकर अदालत में जाएंगे। वही वाल्मीकि समाज मध्यप्रदेश के अध्यक्ष विशाल कल्याणे ने कहा कि समरसता सम्मेलन का आयोजन महर्षि वाल्मीकि जी की जयंती के उपलक्ष्य में आयोजित किया गया था। इस अवसर पर समाज के कर्मचारियों और अधिकारियों की मांगों को लेकर ज्ञापन मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव को सौंपा गया।