150 बेड के नवीन हास्पिटल का निर्माण अक्टूबर 2026 में पूरा करने का रखे लक्ष्य
मातृ-मृत्यु दर और शिशु मृत्यु दर कम करने के लगातार प्रयास हों


उप मुख्यमंत्री राजेन्द्र शुक्ल ने की जिला अस्पताल और जिले की स्वास्थ्य सेवाओं की समीक्षा
भोपाल 24 अक्टूबर 2025/उप मुख्यमंत्री श्री राजेन्द्र शुक्ल ने कहा कि सतना जिला अस्पताल में बनने वाले 150 बेडेड नवीन हास्पीटल के भवन का निर्माण समयावधि से पूर्व अक्टूबर 2026 में पूरा करने का लक्ष्य निर्धारित कर तेजी से गुणवत्तापूर्ण कार्य करें। संबंधित वरिष्ठ अधिकारी कार्य की निरंतर मानीटरिंग भी करें। उप मुख्यमंत्री श्री शुक्ल ने कहा कि जिला अस्पताल से लेकर उप स्वास्थ्य केन्द्र तक स्वास्थ्य सेवाओं में गुणात्मक सुधार कर मातृ-मृत्यु दर और शिशु मृत्यु दर कम करने के लगातार प्रयास करें। उप मुख्यमंत्री और लोक स्वास्थ्य, चिकित्सा शिक्षा मंत्री श्री शुक्ल शुक्रवार को सतना में जिला अस्पताल सहित मैहर और सतना जिले भर की स्वास्थ्य संस्थाओं की उपचार और स्वास्थ्य सेवाओं की समीक्षा कर रहे थे। इस अवसर पर नगरीय विकास एवं आवास राज्यमंत्री श्रीमती प्रतिमा बागरी, सांसद सतना गणेश सिंह, महापौर योगेश ताम्रकार, जिलाध्यक्ष भगवती प्रसाद पाण्डेय, बालेन्द्र गौतम, कलेक्टर डॉ. सतीश कुमार एस, पुलिस अधीक्षक हंसराज सिंह, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. एलके तिवारी, डीन मेडीकल कॉलेज डॉ. एसपी गर्ग, सिविल सर्जन डॉ. मनोज शुक्ला सहित वरिष्ठ मेडीकल आफीसर्स, पीआईयू के अधिकारी भी उपस्थित थे।
उप मुख्यमंत्री श्री शुक्ल ने जिला चिकित्सालय सतना के परिसर में 32 करोड 54 लाख 97 हजार रूपये की लागत से बनने वाले 150 बेडेड हास्पीटल के एकीकृत भवन के निर्माण कार्य की समीक्षा की। उन्होंने पीआईयू और एजेंसी को निर्देशित किया कि अतिशीघ्र ड्राइंग, डिजाइन एप्रूव कराकर निर्माण कार्य शुरू कराये। विभाग और सुपरवीजन अथारिटी शेडयूल बनाकर दिसम्बर 2026 की तय समयवधि के पूर्व अक्टूबर 2026 में निर्माण कार्य पूर्ण कराने सतत निगरानी करें। पीआईयू के अधिकारियों ने बताया कि जिला अस्पताल परिसर में 32 करोड 54 लाख 97 हजार रूपये की लागत से 100 बिस्तरीय वार्ड, 50 बिस्तरीय क्रिटिकल केयर हास्पीटल ब्लाक (सीसीएचबी) एवं एन्टीग्रेटेड पब्लिक हेल्थ लैब (आईपीएचएल) के एकीकृत भवन का निर्माण किया जायेगा। निर्माण एजेंसी लोक निर्माण विभाग (भवन) द्वारा दिसंबर 2026 तक निर्माण कार्य पूर्ण किया जाना है।
उप मुख्यमंत्री ने जिला चिकित्सालय की व्यवस्थाओं की समीक्षा करते हुए कहा कि सरकारी अस्पताल में डॉक्टर और पैरामेडीकल स्टाफ प्राइवेट अस्पतालों की तुलना में बहुत बेहतर है। यह फर्क दिखना भी चाहिए। उन्होंने कहा कि यहां ओपीडी में प्रतिदिनि औसत डेढ हजार और सीजन में 2 हजार की संख्या में मरीज आते है। लांड्री और साफ-सफाई का कार्य बेहतर होना चाहिए। सतना में मेडीकल कॉलेज के डॉक्टरों, एसोसियेट प्रोफेसरों की सेवायें देने से मेडीकल सेवाओं में सपोर्टिंग स्टाफ बढ़ा है। औसतन रूप से जिला अस्पताल में पिछले माह 3236 आपरेशन होना बेहतर उपलब्धि है।
उप मुख्यमंत्री ने कहा कि स्वास्थ्य सेवाओं में मेन पावर की पूर्ति के लिए राज्य सरकार द्वारा विभिन्न श्रेणियों के अमले के 16 हजार पदों की मंजूरी और 18 हजार कर्मियों को आउट सोर्सिंग से रखने की मंजूरी एक साल पहले दी गई है। मेन पावर की आवश्यकतानुसार पूर्ति के लिए जिला स्तर पर भर्ती के अधिकार भी दिये गये हैं। विशेषज्ञ चिकित्सकों के लिए मेडीकल कॉलेज बहुत बडा सपोर्ट सिस्टम है। उप मुख्यमंत्री ने जिला चिकित्सालय सतना में सोनोग्राफी, ओटी के आपरेशन, सीजर और डिलीवरी, डायलिसिस, कीमोथेरपी, जांच शिविरों में सर्वाइकल कैंसर, ओरल कैंसर के संदिग्ध मरीज, डायटिशियन की उपलब्धता, डेटिस्ट गर्भवती माताओं, प्रसूता और मरीजों को भोजन का प्रदाय रेफरल व्यवस्था, स्वच्छता प्रबंधन आदि बिन्दुओं पर विस्तृत समीक्षा की। उप मुख्यमंत्री ने मातृ-मृत्यु दर और शिशु मृत्यु दर के पिछले 6 माह के आंकडों की जानकारी लेते हुए कहा कि इनकी आडिट करें और निष्कर्ष के बिन्दुओं पर सुधारात्मक कदम बढाये।
उप मुख्यमंत्री श्री शुक्ल ने कहा कि राज्य शासन की एयर एम्बुलेंस सेवा का प्रचार-प्रसार करें और इसका भरपूर उपयोग करें। यदि रोगी के पास आयुष्मान का कार्ड है तो जिला स्तर से ही निर्णय लेकर एयर एम्बुलेंस बुलाई जा सकती है। कलेक्टर और सीएमएचओ एयर एम्बुलेंस की सुविधा की मानीटरिंग करें। उप मुख्यमंत्री ने सेवा पखवाडा के दौरान आयोजित स्वास्थ्य शिविरों और जिले की सामुदायिक स्वास्थ्य संस्थाओं, प्राथमिक स्वास्थ्य संस्थाओं, उप स्वास्थ्य केन्द्र में स्वास्थ्य सेवाओं तथा गतिविधियों की बीएमओ से जानकारी लेकर विकासखण्डवार समीक्षा की। उप मुख्यमंत्री श्री शुक्ल ने कहा कि प्रत्येक माह की 9 और 25 तारीख को सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र स्तर स्वास्थ्य शिविर आयोजित हो रहे हैं। इन शिविरों को इवेंट का रूप देकर जनप्रतिनिधियों और पंचायत प्रतिनिधियों को भी आमंत्रित करें। इन शिविरों में एएनसी जांच और हाईरिस्क प्रेग्नेंसी की जांच को प्राथमिकता दें।
इसके पूर्व उप मुख्यमंत्री ने जिला अस्पताल के विभिन्न वार्डो का भ्रमण कर भर्ती मरीजों को दिये जा रहे उपचार और स्वास्थ्य सेवाओं का जायजा लिया। उन्होंने मेडिकल वार्ड में भर्ती एक्सीडेंट में घायल हुए रीवा जिले के ढेरा निवास लोकनाथ चतुर्वेदी से भेंटकर उनकी कुशलक्षेम जानी।

