
कुरनूल बस हादसे में 19 लोग मारे गए, जबकि कई लोग घायल हो गए। घायलों ने हादसे की मुंहजुबानी कहानी बताई। उन्होंने कहा कि घटना के समय हमें सोचने के लिए 1 सेकेंड भी नहीं मिला। बचने के लिए जो भी कर सकते थे, हमने किया।
हैदराबाद से बेंगलुरु जा रही बस 24 अक्टूबर को हादसे का शिकार हो गई थी। इस हादसे में 19 लोग मारे गए, जबकि लोग घायल हो गए। जिंदा बचे लोगों ने रौंगटे खड़े कर देने वाली कहानी सुनाई। उन्होंने कहा कि दिवाली के चलते खुशी से भरे त्योहार वाले वीकेंड ने उस सफर को एक बुरे सपने में बदल दिया। वह उस डरावने मंजर को याद करके अब भी सिहर जाते हैं।
बाहर निकलने के लिए मोबाइल को बनाया हथियार
जिंदा बचे लोगों ने कहा कि हम हादसे के बाद किसी तरह से बस से बाहर निकलने के लिए कुछ भी करने लगे। कोई अपने हाथों से बस की खिड़कियों के शीशे तोड़ रहा था, तो कोई मोबाइल फोन और अपने लैपटॉप के जरिए शीशों को तोड़कर बाहर निकलने की जद्दोजहद कर रहा था। उन्होंने कहा कि यह पूरा घटनाक्रम कुछ ही सेकेंडों में हुआ।




