“मैं” से “हम” बने तो संस्थान आगे बढ़ेंगे: प्रो. धीरेन्द्र शुक्ला
दृढ़ इच्छाशक्ति हो तो कुछ भी असंभव नहीं है”: प्रो. सी. सी. त्रिपाठी

एनआईटीटीटीआर भोपाल 17 से 19 मार्च 2025 तक मध्य प्रदेश के उच्च शिक्षा विभाग के प्रधानमंत्री उत्कृष्टता और स्वशासी महाविद्यालयों के प्राचार्यों हेतु “संस्थान के प्रशासन और प्रबंधन के लिए शैक्षणिक नेतृत्व विकास” विषय पर प्रशिक्षण कार्यक्रम का समापन हुआ। समापन कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्रो. धीरेन्द्र शुक्ला, ओएसडी उच्च शिक्षा विभाग ने कहा कि जिस संस्थान में आप कार्य करते है वह आपके लिए सर्वोपरि होना चाहिए। “मैं” से “हम” बने तो संस्थान आगे बढ़ेंगे। आप सभी कुशल प्रशासक के रूप में उदहारण प्रस्तुत करे। एनआईटीटीटीआर के निदेशक, प्रो. सी. सी. त्रिपाठी ने कहा कि यदि दृढ़ इच्छाशक्ति हो तो कुछ भी असंभव नहीं है। प्राचार्यों का कर्तव्य है कि वे अपने महाविद्यालयों में एक ऐसा वातावरण बनाएं, जहाँ छात्र, शिक्षक और प्रशासन एक साथ मिलकर संस्थान के उद्देश्यों की ओर अग्रसर हो सकें। प्रो. संतोष भार्गव ने प्राचार्यों के प्रभावी नेतृत्व के गुणों को रेखांकित किया। प्रो. अजय अग्रवाल ने निटर भोपाल और उच्च शिक्षा विभाग के माध्यम से चल रहे प्रशिक्षण कार्यक्रमों की गुणवत्ता की सराहना करते हुए कहा कि शैक्षिक नेतृत्व को प्रभावी बनाने के लिए निरंतर सीखने और आत्ममूल्यांकन की आवश्यकता होती है। उक्त कार्यक्रम में प्रो. पी.के. पुरोहित, प्रो. बी.एल. गुप्ता थे, प्रो. संजय अग्रवाल, प्रो. पराग दुबे, प्रो. आर. के दीक्षित व प्रो. आशीष देशपांडे उपस्थित थे।