एजुकेशनमध्य प्रदेश

आईआईएफएम ने किया एचआर कॉन्क्लेव का आयोजन: कृषि प्रौद्योगिकी के भविष्य को आकार देने के लिए भविष्य-उन्मुख कार्यबल पर मंथन

भोपाल, मध्य प्रदेश: भारतीय वन प्रबंध संस्थान, भोपाल ने अंतर्राष्ट्रीय वित्त निगम (आई एफ सी) और मध्य प्रदेश सरकार के सहयोग से 11 फेरवरी 2025 को “एग्रीटेक्स के लिए मानव संसाधन कॉन्क्लेव” का आयोजन किया। यह कॉन्क्लेव इंडिया एग्रीटेक एडवाइजरी प्रोजेक्ट (आई ए ए पी) का हिस्सा है, जिसे आई एफ सी एवं आई आई एफ एम द्वारा संयुक्त रूप से संचालित किया गया। इस एक दिवसीय कॉन्क्लेव में कृषि प्रौद्योगिकी क्षेत्र की उभरती कार्यबल आवश्यकताओं को संबोधित करने के लिए एग्रीटेक कंपनियों के सीईओ, एचआर लीडर और उद्योग विशेषज्ञों शामिल हुए। जिसमे मुख्य अतिथि के रूप में श्रीमती प्रीति मैथिली नायक, आईएएस, आयुक्त सह संचालक उद्यानिकी, मध्य प्रदेश शासन उपस्थित रहीं। कार्यक्रम की शोभा बढ़ाते हुए श्री ऋषि गर्ग आईएएस, सीईओ, मध्य प्रदेश राज्य नीति आयोग; श्री विजयशेखर कलावकोंडा, वरिष्ठ परिचालन अधिकारी, आईएफसी; सुश्री डेल्फिन ब्रिसोन्यू, वरिष्ठ कार्यक्रम प्रबंधक, भारत और भूटान के लिए यूरोपीय संघ प्रतिनिधिमंडल की सदस्य; श्री हेमेन्द्र माथुर, वरिष्ठ सलाहकार, आईएएपी – आईएफसी और डॉ के. रविचंद्रन, निदेशक, भारतीय वन प्रबंध संस्थान उपस्थित रहे। इस कार्यक्रम का संचालन प्रोफ पारुल ऋषि द्वारा किया गया।

इस अवसर पर भारतीय वन प्रबंघ संस्थान के निदेशक डॉ के. रविचंद्रन ने कहा, “‘कृषि प्रौद्योगिकी में काम कर रही कंपनियों के साथ रणनीतिक सहयोग के माध्यम से, आई आई एफ एम अपने पाठ्यक्रम को क्षेत्र और समाज दोनों की गतिशील आवश्यकताओं के साथ संरेखित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने की दिशा में कार्यरत है। इस साझेदारी के माध्यम से छात्रों को उद्योग के भीतर ग्रीष्मकालीन और शीतकालीन इंटर्नशिप के माध्यम से व्यावहारिक अनुभव भी मिलेगा। उन्होंने किसानों को प्रौद्योगिकी के महत्वपूर्ण हस्तांतरण के साथ-साथ पहुंच, सामर्थ्य और समावेशिता के महत्व को रेखांकित किया। इसके अलावा, उन्होंने एगटेक क्षेत्र में महिलाओं की अधिक भागीदारी को बढ़ावा देने के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने यह भी कहा कि “आई आई एफ एम संस्थान कुशल हरित पेशेवरों को पोषित कर रहा है साथ ही इस क्षेत्र की उभरती मांगों को पूरा करने के लिए एगटेक कंपनियों और प्रमुख हितधारकों के साथ सक्रिय रूप से कार्य कर रहा है।'”इस कॉन्क्लेव का उद्देश्य प्रमुख कार्यबल चुनौतियों की पहचान करना, नवीन समाधानों की खोज करना और हितधारकों के बीच सहयोग को प्रोत्साहित करना रहा जिससे एग्रीटेक क्षेत्र के लिए एक कुशल और अनुकूलनीय कार्यबल तैयार किया जा सके। इसके अंतर्गत पैनल डिस्कशन के माध्यम से एग्रीटेक क्षेत्र की मानव संसाधन की आवश्यकता और रुझानों पर चर्चा, कैसे कृषि प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में कौशल विकास के लिए नवीन रणनीतियों का निर्माण किया जाये तथा कार्यबल परिवर्तन को बढ़ावा देने के लिए एचआर लीडर्स और हितधारकों के बीच एक मजबूत नेटवर्क स्थापित करने पर विस्तृत चर्चा की गयी।

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