पुलिस ने 5 साल में नक्सलियों के नाम पर किया 19 लोगों का फर्जी एनकाउंटर
पूर्व सांसद कंकर मुंजारे ने लगाए आरोप

भोपाल,5 जुलाई। मध्यप्रदेश के आदिवासी जिले बालाघाट में पिछले 5 वर्षों में 19 आदिवासी नागरिकों की नक्सलियों के नाम पर फर्जी एनकाउंटर कर हत्या कर दी गई। पुलिस द्वारा नक्सली अभियान की कार्रवाई का श्रेय लेने और इनाम हासिल करने के लिए निर्दोष नागरिकों को मार दिया गया है। यह बात बालाघाट के पूर्व सांसद कंकर मुंजारे ने भोपाल में एक प्रेस कांफ्रेंस के दौरान कही।
कंकर मुंजारे से बातचीत के अंश
सवाल- आपको ऐसा क्यों लगता है कि बालाघाट में फर्जी एनकाउंटर हुए हैं ?
जवाब -पूरा फर्जी एनकाउंटर हुआ है दो आदिवासी किसानों श्याम सिंह धुर्वे और हीरालाल टेकाम की पुलिस द्वारा हत्या की गई। वो वहीं के स्थानीय निवासी थे। दोनों आदिवासियों की पुलिस ने पकड़ कर हत्या की थी।
सवाल- पुलिस की आम आदिवासियों से क्या दुश्मनी है कि वो इनकी हत्या करेगी ?
जवाब – पुलिस द्वारा पिछले पांच सालों में 19 निर्दोष नागरिकों की नक्सलियों के नाम पर हत्या कर दी गई है। इनाम लेने और वाहवाही के लिए पुलिस द्वारा फर्जी एनकाउंटर किए गए। पूर्व मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान और मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव द्वारा फर्जी एनकाउंटर करने वाले पुलिस कर्मियों को सम्मानित किया जा चुका है। सरकार द्वारा 4 करोड़ का ईनाम दिया जा चुका है।
सवाल – क्या इस मामले की आपने मानवाधिकार आयोग में शिकायत की ?
जवाब – मानवाधिकार आयोग को स्वयं संज्ञान लेना चाहिए। मैं इससे पहले प्रेसवार्ता कर चुका हूं। मैं इस मुद्दे को लोकसभा में उठाने के लिए राहुल गांधी और अखिलेश यादव से चर्चा करूंगा। सुप्रीम कोर्ट भी जाऊंगा।