एशिया कप के फाइनल में पहुंचा भारत, बांग्लादेश को 41 रन से हराया

भारत ने बांग्लादेश को 41 रन से हराकर एशिया कप के फाइनल में प्रवेश कर लिया। दुबई अंतरराष्ट्रीय स्टेडियम में बुधवार को खेले गए मुकाबले में टॉस हारकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी भारतीय टीम ने अभिषेक शर्मा की अर्धशतकीय पारी के दम पर 20 ओवर में छह विकेट पर 168 रन बनाए। जवाब में बांग्लादेश की टीम 19.3 ओवर में सिर्फ 127 रन ही बना पाई और ऑलआउट हो गई। उनकेलिए सैफ हसन ने सर्वाधिक 69 रन बनाए। वहीं, भारत के लिए कुलदीप यादव ने तीन विकेट लिए जबकि जसप्रीत बुमराह और वरुण चक्रवर्ती ने दो-दो विकेट झटके। इसके अलावा अक्षर पटेल और तिलक वर्मा ने एक-एक सफलता हासिल की।
एशिया कप की पहली फाइनलिस्ट भारतीय टीम
भारत ने अजेय रहते हुए एशिया कप के फाइनल में प्रवेश कर लिया। सुपर-4 में अब भारत का एक मुकाबला बचा है जो 26 सितंबर को श्रीलंका के खिलाफ खेला जाएगा। भारतीय टीम के लिए यह मुकाबला फाइनल से पहले अभ्यास मैच होगा जिसमें सूर्यकुमार यादव के नेतृत्व वाली टीम अपनी फील्डिंग और गेंदबाजी में सुधार करना चाहेगी। सुपर-4 की अंक तालिका में भारत चार अंक और 1.357 के नेट रन रेट के साथ शीर्ष पर है। वहीं, पाकिस्तान और बांग्लादेश क्रमश: दूसरे और तीसरे पायदान पर है। दोनों टीमों के बीच गुरुवार को वर्चुअल नॉकआउट मुकाबला खेला जाएगा, जो भी टीम इस मैच में जीत दर्ज करेगी वह 28 सितंबर को भारत के साथ फाइनल खेलेगी। चौथे पायदान पर श्रीलंका है, जिनको उनके सुपर-4 के दोनों मुकाबलों में शिकस्त मिली थी।
शतक से चूके अभिषेक, हार्दिक ने किया प्रभावित
सलामी बल्लेबाज अभिषेक शर्मा ने 37 गेंद में 75 रन की पारी खेलकर बांग्लादेश के गेंदबाजों की जमकर क्लास ली। हालांकि, वह अपनी इस पारी को शतक में तब्दील नहीं कर सके। उन्हें शॉर्ट थर्ड मैन पर खड़े रिशाद हुसैन ने रनआउट कर दिया। वहीं दूसरे छोर पर भारतीय बल्लेबाजों ने कुछ खराब शॉट खेले जिसमें शुभमन गिल, तिलक वर्मा और कप्तान सूर्यकुमार यादव शामिल रहे। सूर्यकुमार को बांग्लादेश के कार्यवाहक कप्तान और विकेटकीपर जाकिर अली ने लेग साइड में शानदार कैच आउट किया। टीम प्रबंधन संजू सैमसन को बल्लेबाजी क्रम में शीर्ष सात में फिट नहीं कर सका।
भारतीय टीम ने जहां पहले 10 ओवरों में 96 रन बनाए तो वहीं अगले 10 ओवर में 72 रन ही बना सके जिसमें अक्षर पटेल (15 गेंद में 10 रन) को सैमसन से ऊपर भेजा गया। बांग्लादेश के लिए तेज गेंदबाज तंजीम हसन साकिब (चार ओवर में 29 रन देकर एक विकेट) और मुस्तफिजुर रहमान (चार ओवर में 33 रन देकर एक विकेट) ने हमेशा की तरह अपनी गति परिवर्तन वाली गेंदों का अच्छा इस्तेमाल किया। लेकिन लेग स्पिनर रिशाद हुसैन (तीन ओवर में 27 रन देकर दो विकेट) को गिल और शिवम दुबे का विकेट लेने का श्रेय दिया जाना चाहिए। इसमें से दुबे आमतौर पर कलाई के स्पिनरों के अच्छे खिलाड़ी हैं। रिशाद ने पावरप्ले में खराब प्रदर्शन के बाद बांग्लादेश को मैच में वापसी कराई।
भारत ने जब बल्लेबाजी शुरू की तो पावरप्ले के पहले तीन ओवर इतने खास नहीं रहे, लेकिन चौथे ओवर में गिल और अभिषेक ने बाएं हाथ के स्पिनर नासुम अहमद की गेंद पर एक-एक छक्का लगाकर 21 रन बटोरे। अभिषेक ने बांग्लादेश के सबसे अनुभवी टी20 गेंदबाज मुस्तफिजुर की गेंद पर लांग ऑन पर छक्का जड़ा जो भारतीय डगआउट के पास जाकर उछल गया। इस ओवर की समाप्ति पर पारी के 50 रन पूरे हुए और अभिषेक ने बैकवर्ड प्वाइंट पर तीसरा छक्का लगाया। पावरप्ले खत्म होने तक भारत का स्कोर बिना किसी नुकसान के 72 रन था जिसमें पावरप्ले के अंतिम तीन ओवर में 56 रन बने। रिशाद ने फिर गिल (19 गेंद में 29 रन) को आउट किया। अभिषेक ने 25 गेंद में टूर्नामेंट में अपना लगातार दूसरा अर्धशतक पूरा किया और 200 का शानदार स्ट्राइक रेट बनाए रखा।
कलाई के स्पिनर के खिलाफ भारत की दुबे (02) को भेजने की रणनीति काम नहीं आई और रिशाद ने लेग ब्रेक से अपना दूसरा विकेट हासिल किया जिसे मुंबई का यह बल्लेबाज टर्न के उलट दिशा में खेलना चाहता था। अभिषेक के रन आउट होते ही भारत की लय पूरी तरह बिगड़ गई। कप्तान सूर्यकुमार (11 गेंद में पांच रन) मुस्तफिजुर की गेंद पर आउट हुए। अपने दूसरे स्पैल के लिए आए तंजीम हसन ने तिलक को डीप मिडविकेट बाउंड्री पर कैच कराया जिसके बाद हार्दिक पंड्या (29 गेंद में 38 रन) ने अपनी पहली महत्वपूर्ण पारी खेलकर अपनी टीम को 170 के करीब पहुंचाया।