इंगरसोल रैंड ने गुजरात के साणंद में नई फैक्ट्री खोली, भारत में बढ़ाई अपनी उपस्थिति
इंगरसोल रैंड ने 170 करोड़ रुपये के निवेश से भारत में अपनी नई फैक्ट्री स्थापित कर क्षेत्रीय वृद्धि को लेकर अपनी प्रतिबद्धता दोहराई • नई साणंद फैक्ट्री वर्ष 2028 तक उत्पादन क्षमता को 1.5 गुना और 2030 तक दोगुना करने में सहायक होगी • फैक्ट्री को सस्टेनेबिलिटी (Sustainability) और परिचालन उत्कृष्टता (operational excellence) के वैश्विक मानकों के अनुरूप डिज़ाइन किया गया है; यह स्थानीय लोगों को नौकरी दिलाने में भी योगदान करेगी



22 अक्टूबर 2025 : इंगरसोल रैंड (इंडिया) लिमिटेड, जो इंगरसोल रैंड इंक. (NYSE: IR) की पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी, ने आज गुजरात के साणंद में अपनी अत्याधुनिक फैक्ट्री का उद्घाटन किया। यह भारत में कंपनी की नवीनतम सुविधा है, जो नवाचार, स्थायित्व और क्षेत्रीय विकास के प्रति उसकी निरंतर प्रतिबद्धता को दर्शाती है। इंगरसोल रैंड इंक. एक विश्व स्तर की कंपनी है जो महत्वपूर्ण तरल पदार्थ बनाने (मिशन-क्रिटिकल फ्लो क्रिएशन), जीवन विज्ञान (लाइफ साइंस) और औद्योगिक समाधानों में अग्रणी उत्पाद प्रदान करती है।पहले चरण में इस फैक्ट्री की उत्पादन क्षमता प्रति वर्ष 24,000 यूनिट्स से अधिक होगी, और भविष्य में विस्तार के लिए चरणबद्ध निवेश की योजना बनाई गई है।नई फैक्ट्री भारत में इंगरसोल रैंड के सबसे महत्वपूर्ण निवेशों में से एक है और इससे वित्त वर्ष 2025 की चौथी तिमाही तक उत्पादन शुरू होने की उम्मीद है। कंपनी का मौजूदा संयंत्र पहले से ही 60,000 इकाइयों प्रति वर्ष की पूर्ण क्षमता पर काम कर रहा है; ऐसे में साणंद संयंत्र अतिरिक्त उत्पादन क्षमता को सामने लाएगी। यह इंगरसोल रैंड की ‘मेक इन इंडिया’ पहल के प्रति प्रतिबद्धता को भी मजबूत करता है – जो वैश्विक निर्यात लक्ष्यों, सटीकता, विश्वसनीयता और ऊर्जा दक्षता के प्रति कंपनी की निष्ठा के अनुरूप है, और अपने मूल उद्देश्य “मेकिंग लाइफ बेटर” (जीवन को और बेहतर बनाने के संकल्प) को साकार करता है।इस अवसर पर, सुनील खंडूजा, मैनेजिंग डायरेक्टर, इंगरसोल रैंड इंडिया, ने इस निवेश के सुचारू क्रियान्वयन पर गुजरात सरकार के सक्रिय सहयोग के लिए आभार व्यक्त करते हुए कहा, “भारत में सौ साल से ज्यादा समय से हमारी मौजूदगी के आधार पर यह निवेश हमारे क्षेत्रीय लक्ष्यों को और मजबूत करता है। यह स्थानीय जरूरतों के हिसाब से उन्नत वैश्विक तकनीकों को लाने में मदद करेगा और टिकाऊ उत्पादन, उच्च स्तर की प्रतिभा और वैश्विक नवाचार में भारत की बढ़ती भूमिका को और मजबूत करेगा।”गैरेथ टॉपिंग, सीनियर वाइस प्रेसिडेंट एवं जनरल मैनेजर – कंप्रेशन सिस्टम्स एंड सर्विसेज, यूरोप, मध्य पूर्व, भारत और अफ्रीका (EMEIA) ने कहा, “भारत हमारे सबसे तेज़ी से विकसित हो रहे बाज़ारों में से एक है, और साणंद स्थित फैक्ट्री में हम ग्राहकों को बेहतर, तेज़ और अधिक कुशल सेवा देने के लिए आवश्यक पैमाना, लचीलापन और तकनीकी क्षमता प्रदान करता है। यह निवेश हमारी बहु-ब्रांड और बहु-चैनल (Multiband , multi-channel) रणनीति को और मजबूत करता है तथा इस क्षेत्र में ग्राहकों को अधिक प्रभावी ढंग से सेवा प्रदान करने, नवाचार को बढ़ावा देने और वैश्विक विनिर्माण मानकों की सटीकता बनाए रखने की हमारी क्षमता को सुदृढ़ बनाता है।”
संयंत्र के बारे में जानकारी
यह अत्याधुनिक संयंत्र 65,856 वर्ग मीटर में फैला हुआ है, जिसमें 24,527 वर्ग मीटर का निर्मित क्षेत्र और 12,000 वर्ग मीटर का अतिरिक्त क्षेत्र दूसरे चरण के विस्तार के लिए सुरक्षित रखा गया है।
प्रारंभिक चरण में साणंद संयंत्र में ग्राहकों की जरूरतों के अनुसार उत्पादों का उत्पादन किया जाएगा, जिनमें शामिल हैं – सेंट्रीफ्यूगल कंप्रेसर, रेफ्रिजरेशन ड्रायर, गैस कंप्रेसर, बड़े रेसिप्रोकेटिंग कंप्रेसर और नाइट्रोजन जनरेटर।
इनका उपयोग फार्मास्युटिकल, इलेक्ट्रॉनिक्स और सेमीकंडक्टर, रक्षा, वस्त्र, इंजीनियरिंग, ऑटोमोटिव और ऊर्जा जैसे विभिन्न उद्योगों में किया जाएगा।
इंगरसोल रैंड की अलग-अलग ब्रांड और रणनीतियों के अनुसार, यह संयंत्र कंपनी की उत्पादन क्षमता और लचीलापन बढ़ाता है। इससे कंपनी विभिन्न क्षेत्रों के ग्राहकों की जरूरतों को और बेहतर तरीके से पूरा कर सकेगी। यह संयंत्र स्थानीय विकास और नवाचार को बढ़ावा देता है, साथ ही घरेलू और वैश्विक मांग को पूरा करने के कंपनी के लक्ष्य को आगे बढ़ाता है।
सस्टेनेबिलिटी (Sustainability) और नवाचार के प्रति प्रतिबद्धता
इंगरसोल रैंड की साणंद फैक्ट्री आधुनिक उत्पादन तकनीकों और पर्यावरण के प्रति जिम्मेदारी के साथ काम करने के लिए बनाई गई है। इस संयंत्र में 100 प्रतिशत हरित ऊर्जा का उपयोग किया गया है और इसे ज़ीरो-लिक्विड डिस्चार्ज प्रणाली, वर्षा जल संचयन, अपशिष्ट जल पुनर्चक्रण, जैविक खाद निर्माण और शोर-रोधक आवरण व्यवस्था जैसी पर्यावरण-हितैषी प्रणालियों से सुसज्जित किया गया है। कंपनी का लक्ष्य अगले पाँच वर्षों में नेट-ज़ीरो संचालन हासिल करना है।
संयंत्र में अत्याधुनिक तकनीकों का भी समावेश किया गया है, जिनमें इंटरनेट ऑफ थिंग्स (IoT) आधारित मॉनिटरिंग सिस्टम, एआई संचालित प्रेडिक्टिव मेंटेनेंस, और सिस्टम परफॉर्मेंस मैनेजर जैसे डिजिटल प्लेटफॉर्म (इकोप्लांट और हेलिक्स द्वारा संचालित) शामिल हैं। इन अत्याधुनिक सुविधाओं के साथ मौजूद इन-हाउस अनुसंधान एवं विकास प्रयोगशालाएँ स्थानीय नवाचार और अनुकूलन को प्रोत्साहित करती हैं, जिससे यह संयंत्र केवल विनिर्माण इकाई ही नहीं, बल्कि एक सशक्त नवाचार केंद्र के रूप में स्थापित होता है।
तकनीक और पर्यावरण के प्रति जिम्मेदारी के साथ, यह फैक्ट्री स्थानीय लोगों के लिए कई नौकरियों के अवसर पैदा करेगी और आपूर्तिकर्ताओं, वितरकों और सर्विस पार्टनर्स के जरिए अन्य अप्रत्यक्ष अवसर भी देगा।
इंगरसोल रैंड अपने कर्मचारियों को बेहतर बनाने के लिए खास प्रशिक्षण और कौशल विकास कार्यक्रमों में निवेश कर रहा है। इनका लक्ष्य उत्पादन से लेकर अनुसंधान और परीक्षण तक, हर स्तर पर कर्मचारियों को प्रशिक्षित, बेहतर और सशक्त करना है।


