मध्य प्रदेश

ISRO का ‘बाहुबली’ संचार उपग्रह लॉन्च, समुद्र में नौसेना की आंख बनेगा CMS-03, PM मोदी ने दी बधाई

ISRO: उपग्रह CMS-03 को अंतरिक्ष यान LVM-3-M5 रॉकेट के जरिये प्रक्षेपित किया गया. सबसे भारी होने की वजह से उपग्रह का नाम ‘बाहुबली’ दिया गया है. एलवीएम 3 यान अपने शक्तिशाली क्रायोजेनिक चरण के साथ 4,000 किलोग्राम वजन का पेलोड जीटीओ तक और 8,000 किलोग्राम वजन का पेलोड पृथ्वी की निचली कक्षा तक ले जाने में सक्षम है

भारत का बाहुबली प्रक्षेपण यान एलवीएम-3 आज यानी रविवार (2 नवंबर) को सफलतापूर्वक लॉन्च हो गया है. भारतीय नौसेना का GSAT 7R (CMS-03) संचार उपग्रह इंडियन नेवी का अब तक का सबसे उन्नत संचार उपग्रह है. यह उपग्रह नौसेना की अंतरिक्ष-आधारित संचार और समुद्री अभियान की क्षमताओं को मजबूत करेगा. इसमें कई स्वदेशी और अत्याधुनिक उपकरण लगे हैं, जिन्हें विशेष रूप से भारतीय नौसेना की जरूरत को पूरा करने के लिए विकसित किया गया है. अंतरिक्ष एजेंसी (इसरो) ने बताया कि 4,410 किलोग्राम वजन वाला यह उपग्रह भारत की धरती से भू-समकालिक स्थानांतरण कक्षा (GTO) में प्रक्षेपित किया जाने वाला सबसे भारी उपग्रह है. इसे एलवीएम3-एम5 रॉकेट के जरिये प्रक्षेपित किया गया है. इसकी गजब की भार उठाने की क्षमता को देखते हुए ‘बाहुबली’ नाम दिया गया है.

पीएम मोदी ने दी बधाई

इसरो की इस कामयाबी पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूरी टीम को बधाई दी है. उन्होंने सोशल मीडिया एक्स पर लिखा ‘इसरो हमारा अंतरिक्ष क्षेत्र हमें निरंतर गौरवान्वित करता है! भारत के सबसे भारी संचार उपग्रह CMS-03 के सफल प्रक्षेपण पर इसरो को बधाई. हमारे अंतरिक्ष वैज्ञानिकों की बदौलत, यह सराहनीय है कि हमारा अंतरिक्ष क्षेत्र उत्कृष्टता और नवाचार का पर्याय बन गया है. उनकी सफलताओं ने राष्ट्रीय प्रगति को आगे बढ़ाया है और अनगिनत लोगों को सशक्त बनाया है.’

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