बिना शर्त किए गए प्रेम से शिव को पाना बहुत आसान- पं व्यास


भोपाल| श्री बालाजी भक्त परिवार के द्वारा कराई जा रही महाशिवपुराण कथा में आज शिव विवाह की कथा हुई व्यास पीठ पर विराजित पंडित रमाकांत व्यास ने कहा जब भोलेनाथ पार्वती को शिव सृष्टि का ज्ञान दे रहे थे तब उनका ध्यान भटक गया था यह जानते ही भगवान ने माता पार्वती को श्राप दिया जिसके फल स्वरुप वह सती हो गई इसके बाद पुनर्जन्म राजा हिमाचल के यहां हुआ माताजी ने गहरा तप कर शिव को पुनः पाया हम कहीं भी कथा सुनने जांये ध्यान से सुने उसका अनादर नहीं करें और ना ही अपना ध्यान भटकने दे| भगवान से प्रेम बिना शर्त बिना अपेक्षा के करें पार्वती जी ने श्राप को सहनशीलता से प्रेम के साथ स्वीकार किया और यही प्रेम की पराकाष्ठा ने शिव पार्वती का पुनर्मिलन कराया| शिव को पाने के लिए पूजा, पाठ, जप, तप से ज्यादा बिना शर्त किया गया प्रेम आवश्यक है | कथा स्थल पर भूत -प्रेत के साथ आकर्षक शिव- बारात निकाली गई जिसके बाद हुए विवाह उत्सव में यजमान परिवार के सुनील, प्रशांत, दिनेश, अशोक राकेश गुप्ता सहित बड़ी संख्या में उपस्थित श्रद्धालुओं ने जमकर नृत्य किया|


