
मद्रास उच्च न्यायालय ने शुक्रवार को स्टैंड-अप कॉमेडियन कुणाल कामरा को महाराष्ट्र के राजनेता के बारे में कथित विवादास्पद टिप्पणी को लेकर उनके खिलाफ दर्ज कई एफआईआर के संबंध में अंतरिम अग्रिम जमानत दे दी। न्यायमूर्ति सुंदर मोहन ने शर्तों के साथ 7 अप्रैल तक अंतरिम अग्रिम जमानत का आदेश दिया। कुणाल कामरा ने ट्रांजिट अग्रिम जमानत के लिए मद्रास उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाया था, जिसमें दावा किया गया कि उनके हालिया व्यंग्यात्मक टिप्पणियों के बाद उन्हें कई धमकियां मिल रही हैं। इससे पहले गुरुवार को कुणाल कामरा ने मुख्यधारा के मीडिया की आलोचना की और उस पर सत्तारूढ़ पार्टी के मुखपत्र के रूप में काम करने का आरोप लगाया। कामरा ने मीडिया को ‘गिद्ध’ करार दिया और गलत सूचना को जारी रखने और महत्वपूर्ण मुद्दों से ध्यान भटकाने में मीडिया की भूमिका के लिए अपनी घृणा व्यक्त की। उन्होंने पोस्ट साझा किया, ‘उन सभी लोगों के लिए जो कोट्स के लिए तरस रहे हैं- ‘इस समय मुख्यधारा का मीडिया सत्तारूढ़ पार्टी की गलत संचार शाखा के अलावा कुछ नहीं है। वे गिद्ध हैं, जो उन मुद्दों पर रिपोर्ट करते हैं, जो इस देश के लोगों के लिए मायने नहीं रखते। अगर वे सभी कल से अनंत काल तक अपनी दुकान बंद कर देते हैं तो वे देश, उसके लोगों और अपने बच्चों पर एहसान करेंगे।’
पुलिस ने जारी किया था दूसरा समन
मुंबई पुलिस ने पूछताछ के लिए एक सप्ताह का समय देने के उनके अनुरोध को खारिज करते हुए उन्हें दूसरा समन जारी किया था। कामरा पहली तारीख पर पेश नहीं हुए और उनके वकील ने सात दिन का समय मांगा था। हालांकि, उनके पेश नहीं होने के बाद मुंबई पुलिस ने कानूनी सलाह लेने के बाद एक और तारीख जारी की। कामरा ने कथित तौर पर राजनेता पर निशाना साधते हुए अपने “गद्दार” (देशद्रोही) मजाक से विवाद खड़ा कर दिया। कई राजनीतिक नेताओं ने स्टैंड-अप शो के दौरान उनकी टिप्पणी की निंदा की और उनके खिलाफ कार्रवाई की मांग की। विवाद के बाद एकनाथ शिंदे के शिवसेना युवा समूह, युवा सेना ने हैबिटेट कॉमेडी स्थल पर तोड़फोड़ की, जहां शो फिल्माया गया था। कॉमेडियन ने अपनी टिप्पणी के लिए माफी मांगने से इनकार कर दिया है। हालांकि, उन्होंने कहा है कि वह पुलिस के साथ सहयोग करेंगे।
मिल रहीं धमकियों पर कुणाल का जवाब
कुणाल कामरा ने अपने आधिकारिक बयान में राजनीतिक नेताओं द्वारा उन्हें सबक सिखाने की धमकी देने का भी जवाब दिया। उन्होंने अपनी बयान में कहा, ‘मनोरंजन स्थल महज एक मंच है। सभी तरह के शो के लिए एक जगह। हैबिटेट (या कोई अन्य स्थल) मेरी कॉमेडी के लिए जिम्मेदार नहीं है, न ही इसके पास इस बात पर कोई शक्ति या नियंत्रण है कि मैं क्या कहता या करता हूं, न ही किसी राजनीतिक दल के पास। एक कॉमेडियन के शब्दों के लिए किसी स्थल पर हमला करना उतना ही मूर्खतापूर्ण है, जितना कि टमाटर ले जा रहे ट्रक को पलटना, क्योंकि आपको परोसा गया बटर चिकन पसंद नहीं आया।’