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LAC पार कर भारत आ गए थे चीनी याक, इंडियन आर्मी ने कहा- बार-बार ऐसा नहीं होना चाहिए

नई दिल्ली: ईस्टर्न लद्दाख के डेमचोक एरिया में करीब 40 चीनी याक भारत के इलाके में आ गए थे, जिन्हें भारतीय सेना ने वापस कर दिया है। सेना ने चीनी सेना से ये भी कहा कि वे इस बात का ध्यान रखें कि बार बार उनके जानवर भारतीय इलाके में ना आएं। ईस्टर्न लद्दाख में एलओसी पर पिछले चार साल से भी ज्यादा वक्त से भारत और चीन के बीच गतिरोध बना हुआ है। 19 अगस्त को ये याक भारतीय इलाके में आए थे जिन्हें एक दिन बाद लौटाया गया। सूत्रों के मुताबिक याक को एक दिन बाद लौटाया गया क्योंकि गांव के सरपंच ने दावा किया कि उनके याक भी चीन की तरफ चले गए थे और चीन ने उनके याक को नहीं लौटाया। हालांकि सेना, आईटीबीपी और सिविल प्रशासन ने मिलकर याक लौटाने का फैसला किया और भारतीय सेना ने चीनी सेना को उनके याक के बारे में जानकारी दी।

चीन को कहा- अपने जानवरों का ख्याल रखें
LAC पर भारत और चीन की सेना के बीच एक तय प्रोटोकॉल है जिसके तहत ग्राउंड कमांडर हर रोज बात करते हैं और ऐसी कोई भी घटना होने पर सूचित करते हैं या आपत्ति जताते हैं। एक अधिकारी के मुताबिक इन याक के बारे में भारतीय सेना ने चीनी सेना को सूचित किया साथ ही कहा कि वे इसका ख्याल रखें कि उनके जानवर इस तरफ ना आएं। चरागाहों का कंट्रोल आईटीबीपी देखती है और आईटीबीपी ने ही याक को वापस भेजने की कार्यवाही की, चीनी सेना से बात भारतीय सेना ने की। सूत्रों के मुताबिक जब चीनी याक भारत के इलाके में आए तो गांव के सरपंच ने अपने जानवरों के वापस न आने का हवाला देकर कहा कि हमें चीनी याक वापस नहीं करने चाहिए। लेकिन सरपंच के याक चीनी साइड गए इसका कोई प्रमाण नहीं था और ये मामला भी 2022 का था। इसलिए सेना, आईटीबीपी, प्रशासन ने चीनी याक वापस कर दिए।

क्यों सीमा पार कर जाते हैं जानवर?

एक अधिकारी के मुताबिक गांव वाले जब चरागाहों पर जानवरों को चरने के लिए छोड़ते हैं तो वे कई बार इधर उधर चले जाते हैं। कई बार हमारे जानवर दूसरी तरफ चले जाते हैं कई बार उनके इधर आ जाते हैं। अगर भारत की तरफ से जानवर दूसरी तरफ गए और वापस नहीं आए तो स्थानीय प्रशासन के पास उसका मुआवजा देने का प्रावधान है। एक अधिकारी ने कहा कि कई बार जानवर चरते चरते इधर उधर हो जाते हैं लेकिन हम इसे लेकर अलर्ट रहते हैं। लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल के पास के चरागाह सिर्फ वहां आसपास रहने वाले गांव वालों और उनके पशुओं के लिए ही अहम नहीं है बल्कि यह भारत की सीमा की सुरक्षा के लिहाज से भी अहम हैं। इसलिए आए दिन कभी चीन के सैनिक भारत के लोगों को वहां अपने पशु ले जाने से रोकते हैं तो कभी भारतीय सैनिक चीन की तरफ से आए लोगों को अपने पशु वहां से दूर ले जाने के लिए कहते हैं।

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