लेफ्टिनेंट जनरल अरविंद चौहान ने सुदर्शन चक्र कोर की कमान संभाली

भोपाल।लेफ्टिनेंट जनरल अरविंद चौहान ने लेफ्टिनेंट जनरल प्रित पाल सिंह से सुदर्शन चक्र कोर की कमान संभाली और वे इसके 29वें जनरल ऑफिसर कमांडिंग बने। लेफ्टिनेंट जनरल अरविंद चौहान को जून 1991 में फर्स्ट गोरखा राइफल्स में कमीशन मिला था। वे राष्ट्रीय रक्षा अकादमी और भारतीय सैन्य अकादमी, देहरादून के पूर्व छात्र हैं। अपने 34 वर्षों के सैन्य करियर में उन्होंने सेना में विभिन्न चरणों पर सक्रिय युद्ध भूमिकाएं निभाई हैं। उन्होंने वेलिंगटन स्थित रक्षा सेवा स्टाफ कॉलेज, महू स्थित उच्च कमान पाठ्यक्रम और नई दिल्ली स्थित राष्ट्रीय रक्षा कॉलेज जैसे प्रतिष्ठित पाठ्यक्रमों में भाग लिया है। वे ऊँचाई वाले क्षेत्रों से लेकर आतंकवाद विरोधी अभियानों तक विभिन्न सैन्य क्षेत्रों का व्यापक अनुभव लेकर आए हैं।
जनरल ने विभिन्न महत्वपूर्ण कमान, स्टाफ और प्रशिक्षण से जुड़ी नियुक्तियों में कार्य किया है, जिनमें डिवीजन, कोर और रक्षा मंत्रालय (सेना) के एकीकृत मुख्यालय में विभिन्न भूमिकाएं शामिल हैं। उनकी कमान नियुक्तियों में उच्च पर्वतीय क्षेत्र में एक इन्फैंट्री बटालियन की कमान, नियंत्रण रेखा पर एक इन्फैंट्री ब्रिगेड की कमान और उत्तरी कमान में एक इन्फैंट्री डिवीजन की कमान शामिल है। वे लाओस में भारतीय सेना प्रशिक्षण दल के प्रशिक्षक रह चुके हैं और महू स्थित इन्फैंट्री स्कूल में यंग ऑफिसर्स विंग में निदेशक स्टाफ के रूप में भी कार्य कर चुके हैं।
सुदर्शन चक्र कोर की कमान संभालने से पूर्व, वे नई दिल्ली में थलसेनाध्यक्ष सचिवालय में तैनात थे। जनरल को 2019 में उनकी उत्कृष्ट सेवा के लिए युद्ध सेवा पदक और 2023 में सेना पदक से सम्मानित किया गया है। उन्हें थलसेनाध्यक्ष प्रशंसा पत्र, सेनानायक कमांडर इन चीफ प्रशंसा पत्र और चीफ्स ऑफ स्टाफ कमेटी के अध्यक्ष की प्रशंसा से भी नवाज़ा गया है।
सुदर्शन चक्र कोर की प्रतिष्ठित कमान संभालने के पश्चात, जनरल ऑफिसर ने सभी सैनिकों, वीर नारियों और पूर्व सैनिकों को हार्दिक शुभकामनाएं दीं। उन्होंने सभी रैंकों से आह्वान किया कि वे उसी उत्साह और समर्पण के साथ कार्य करते रहें, ताकि कार्यकुशलता और संचालन क्षमता में निरंतर वृद्धि होती रहे।