माँ सरस्वती पूजनोत्सव” बिहार सांस्कृतिक परिषद् द्वारा सरस्वती देवी मंदिर प्रांगण, ई. सेक्टर, बरखेडा में धूमधाम से मनाया गया

वसंत पंचमी के अवसर पर वाग्देवी माँ सरस्वती पूजनोत्सव का बिहार सांस्कृतिक परिषद्, भोपाल द्वारा वृहद आयोजन
कला एवं ज्ञान की देवी माँ सरस्वती का प्राकट्य दिवस “माँ सरस्वती पूजनोत्सव” के रूप में वसंत पंचमी के अवसर पर बिहार सांस्कृतिक परिषद्, बरखेडा, भोपाल द्वारा सरस्वती देवी मंदिर प्रांगण, ई. सेक्टर, बरखेडा, भेल में हर वर्ष की भांति धूमधाम से मनाया गया.
माँ सरस्वती के बारे में एक कथा है कि सृष्टि की रचना ब्रह्मा जी ने की है. उन्हें इक्कीस ब्रह्माण्डों का स्वामी भी कहा जाता है. सनातन शास्त्रों में तीन गुणों का वर्णन किया गया है. गीता उपदेश के दौरान भगवान कृष्ण ने भी अपने परम शिष्य अर्जुन को तीन गुणों के बारे में विस्तार से बताया है. ये तीन गुण सत, रज और तम हैं.ब्रह्मा जी रजो गुण से संपन्न थे.ब्रह्मा जी के पुत्रों को मानसपुत्र कहा जाता है. ब्रह्मा जी को ही सृष्टि निर्माण की जिम्मेवारी दी गई थी. जब उन्होंने सृष्टि की रचना की , तो चारों तरफ न केवल अंधेरा था, बल्कि सन्नाटा था.मानो, प्रकृति शोक मना रही थी. यह देख तीनों देव प्रसन्न नहीं हुए.उस समय उन्होंने प्रकृति को रंगमय करने के लिए आदिशक्ति का आह्वान किया.उस समय आदिशक्ति विद्या की देवी मां शारदा प्रकट हुई थीं.मां शारदे के तीनों लोकों में संगीत का शंखनाद हुआ. इससे प्रकृति में नव रंग भर गया.प्रकृति संगीतमय हो गया, इसके दो दिन सृष्टि से तम यानी अंधकार को दूर करने के लिए सूर्य देव का प्राकट्य हुआ,आसान शब्दों में कहें तो बसंत ऋतु में सृष्टि की रचना की गई. इसी ऋतु में विद्या की देवी और सूर्य देव की उत्पत्ति हुई थी.अतः सनातन धर्म में वसंत ऋतु का महत्व कई अधिक माना जाता है. इसी माँ सरस्वती पूजनोत्सव के शुभ अवसर पर प्रातः 8 बजे से पूजन हवन शुरू होकर, 12 बजे “शिक्षा संस्कार, देवी जागरण एवं भक्ति गीत एवं 12:30 बजे से “ महाप्रसाद एवं विशाल भंडारा” का कार्यक्रम आयोजित किया गया. 500 से ज्यादा बच्चों का शिक्षा संस्कार किया गया. देवी जागरण, भजन गायन एवं फाग गायन सुप्रसिद्ध भजन गायक श्री राज शर्मा, गायिका दीक्षित एवं श्री पवन गिरी के समूह द्वारा किया गया.आज से ही रंगों के त्यौहार होली की तैयारी शुरू हो जाती है एवं वसंत ऋतु की छटा चारो ओर छा जाती है.वसंत पंचमी के इस पावन अवसर पर पीपुल्स अस्पताल द्वारा 504 लोगों का निःशुल्क दन्त परीक्षण, प्रकाश नेत्रालय द्वारा लगभग 312 लोगों का निःशुल्क आँख परीक्षण एवं शासकीय होम्योपैथिक महाविदयालय एवं अस्पताल द्वारा लगभग 800 लोगों का परीक्षण एवं दवा वितरित किया गया.परिषद् द्वारा आयोजित विशाल भंडारे में लगभग 15 हजार भक्तों ने महाप्रसाद ग्रहण किया. वसंत पंचमी के अवसर पर वाग्देवी माँ सरस्वती पूजनोत्सव का बिहार सांस्कृतिक परिषद्, भोपाल द्वारा वृहद आयोजन कला एवं ज्ञान की देवी माँ सरस्वती का प्राकट्य दिवस “माँ सरस्वती पूजनोत्सव” के रूप में वसंत पंचमी के अवसर पर बिहार सांस्कृतिक परिषद्, बरखेडा, भोपाल द्वारा सरस्वती देवी मंदिर प्रांगण, ई. सेक्टर, बरखेडा, भेल में हर वर्ष की भांति धूमधाम से मनाया गया. माँ सरस्वती के बारे में एक कथा है कि सृष्टि की रचना ब्रह्मा जी ने की है. उन्हें इक्कीस ब्रह्माण्डों का स्वामी भी कहा जाता है. सनातन शास्त्रों में तीन गुणों का वर्णन किया गया है. गीता उपदेश के दौरान भगवान कृष्ण ने भी अपने परम शिष्य अर्जुन को तीन गुणों के बारे में विस्तार से बताया है. ये तीन गुण सत, रज और तम हैं.ब्रह्मा जी रजो गुण से संपन्न थे. ब्रह्मा जी के पुत्रों को मानसपुत्र कहा जाता है. ब्रह्मा जी को ही सृष्टि निर्माण की जिम्मेवारी दी गई थी. जब उन्होंने सृष्टि की रचना की , तो चारों तरफ न केवल अंधेरा था, बल्कि सन्नाटा था.मानो, प्रकृति शोक मना रही थी. यह देख तीनों देव प्रसन्न नहीं हुए.उस समय उन्होंने प्रकृति को रंगमय करने के लिए आदिशक्ति का आह्वान किया. उस समय आदिशक्ति विद्या की देवी मां शारदा प्रकट हुई थीं.मां शारदे के तीनों लोकों में संगीत का शंखनाद हुआ. इससे प्रकृति में नव रंग भर गया.प्रकृति संगीतमय हो गया, इसके दो दिन सृष्टि से तम यानी अंधकार को दूर करने के लिए सूर्य देव का प्राकट्य हुआ,आसान शब्दों में कहें तो बसंत ऋतु में सृष्टि की रचना की गई. इसी ऋतु में विद्या की देवी और सूर्य देव की उत्पत्ति हुई थी.अतः सनातन धर्म में वसंत ऋतु का महत्व कई अधिक माना जाता है. इसी माँ सरस्वती पूजनोत्सव के शुभ अवसर पर प्रातः 8 बजे से पूजन हवन शुरू होकर, 12 बजे “शिक्षा संस्कार, देवी जागरण एवं भक्ति गीत एवं 12:30 बजे से “ महाप्रसाद एवं विशाल भंडारा” का कार्यक्रम आयोजित किया गया. 500 से ज्यादा बच्चों का शिक्षा संस्कार किया गया. देवी जागरण, भजन गायन एवं फाग गायन सुप्रसिद्ध भजन गायक श्री राज शर्मा, गायिका दीक्षित एवं श्री पवन गिरी के समूह द्वारा भोजपूरी साहित्य अकादमी के सहयोग से किया गया. आज से ही रंगों के त्यौहार होली की तैयारी शुरू हो जाती है एवं वसंत ऋतु की छटा चारो ओर छा जाती है.
वसंत पंचमी के इस पावन अवसर पर पीपुल्स अस्पताल द्वारा 504 लोगों का निःशुल्क दन्त परीक्षण, प्रकाश नेत्रालय द्वारा लगभग 312 लोगों का निःशुल्क आँख परीक्षण एवं शासकीय होम्योपैथिक महाविदयालय एवं अस्पताल द्वारा लगभग 800 लोगों का परीक्षण एवं दवा वितरित किया गया. परिषद् द्वारा आयोजित विशाल भंडारे में लगभग 15 हजार भक्तों ने महाप्रसाद ग्रहण किया. इस अवसर पर भारी संख्या में माँ सरस्वती के उपासक भक्त गण उपस्थित हुए. बिहार सांस्कृतिक परिषद् के संयोजक ने उपस्थित जनसमुदाय का आभार व्यक्त किया. इस अवसर पर भारी संख्या में माँ सरस्वती के उपासक भक्त गण उपस्थित हुए.बिहार सांस्कृतिक परिषद् के संयोजक ने उपस्थित जनसमुदाय का आभार व्यक्त किया.