मान नर्सिंग कालेज ने सीबीआई निरीक्षण के दौरान स्टूडेंट्स को ही बनाया फैकल्टी
स्टूडेंट्स ने लिखित शिकायत की एनएसयूआई ने मान नर्सिंग कॉलेज भोपाल की मान्यता रद्द करने की माँग की छात्रों के भविष्य से हो रहा खिलवाड़

मान नर्सिंग कालेज के दो दर्जन से ज्यादा छात्रों ने नर्सिंग काउंसिल के चैयरमेन को लिखित शिकायत की
भोपाल – भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन मध्यप्रदेश ने आज भोपाल स्थित मान नर्सिंग कॉलेज के खिलाफ एक गंभीर शिकायत पत्र मध्यप्रदेश नर्सेस रजिस्ट्रेशन काउंसिल के अध्यक्ष को सौंपा एनएसयूआई प्रदेश उपाध्यक्ष रवि परमार बताया कि मान नर्सिंग कॉलेज द्वारा की जा रही अनियमितताओं, अवैध वसूली और शैक्षणिक नियमों के उल्लंघन को लेकर मप्र नर्सेस रजिस्ट्रेशन काउंसिल के अध्यक्ष से कॉलेज की मान्यता तत्काल निरस्त करने की माँग की है।एनएसयूआई अक्षय तोमर ने कहा कि संगठन को मान नर्सिंग कॉलेज में अध्ययनरत कई छात्र-छात्राओं द्वारा गंभीर शिकायतें प्राप्त हुई हैं। छात्रों का कहना है कि कॉलेज प्रशासन द्वारा अटेंडेंस के नाम पर जबरन पैसों की वसूली की जा रही है, जो पूरी तरह से गैरकानूनी है। जिन छात्रों के पास पैसे नहीं होते, उन्हें परीक्षा फार्म भरने से रोका जाता है या मानसिक दबाव डाला जाता है।इसके साथ ही कई छात्र छात्राओं ने बताया कि कॉलेज में नियमानुसार फैकल्टी की नियुक्ति नहीं है। पढ़ाई का स्तर बेहद खराब है और कई विषयों में कक्षाएं नियमित नहीं लगतीं। छात्र बिना पढ़ाई के परीक्षा देने को मजबूर हैं।रवि परमार ने कहा कि सबसे हैरान करने वाली बात यह सामने आई है कि जब सीबीआई , नर्सिंग काउंसिल या अन्य निरीक्षण टीमें कॉलेज का दौरा करती हैं, तो कॉलेज प्रशासन छात्रों को ही फैकल्टी बनाकर खड़ा कर देता है, जिससे निरीक्षणकर्ता गुमराह हो जाते हैं। यह न केवल छात्रों के भविष्य के साथ धोखा है, बल्कि नियामक संस्थाओं की प्रक्रिया को भी ठेंगा दिखाने जैसा है।
NSUI ने रखी ये तीन प्रमुख माँगें:
1. मान नर्सिंग कॉलेज भोपाल का तत्काल निरीक्षण किया जाए और कॉलेज में पाई गई अनियमितताओं के आधार पर मान्यता निरस्त की जाए।
2. कॉलेज में अध्ययनरत सभी छात्र-छात्राओं के परीक्षा फॉर्म तत्काल भरवाए जाएं, जिससे उनका शैक्षणिक भविष्य प्रभावित न हो।
3. छात्रों से अटेंडेंस के नाम पर की गई अवैध वसूली की जांच कराकर कॉलेज संचालक के खिलाफ FIR दर्ज की जाए और कानूनी कार्रवाई सुनिश्चित की जाए।