

श्री 1008 भगवान महावीर दिगम्बर जैन मंदिर साकेत नगर में भगवान महावीर स्वामी जी का जन्म कल्याणक महोत्सव पर्व पूर्ण उत्साह एवं धूमधाम से मनाया गया। साकेत नगर मंदिर के अध्यक्ष नरेंद्र टोंग्या ने कहा कि प्रातः 6:30 बजे से महोत्सव का शुभारंभ हो गया था। सर्वप्रथम विशाल रथ, बैंड बाजों, धर्मध्वजा तथा विभिन्न संदेशों से लिखी तख्तियां लेकर, गगन गुंजित जयकारों के साथ सुमधुर संगीतमय भजनों पर झूमते-नाचते भव्य प्रभात फेरी निकाली गई जिसमें अंग दान/देह दान जागरूकता हेतु ग्रीन रिबन बांधकर समाज जनों ने भाग लिया। इस अवसर पर महिला वर्ग ने केसरिया तथा पुरुष वर्ग ने सफेद वस्त्र धारण किए साथ ही सभी को साफे भी बांधे गए। साकेत नगर के विभिन्न क्षेत्रों के लगभग 2.5 किलोमीटर मार्ग में रैली के दौरान जगह-जगह रंगोली सजाकर समाजजनों ने श्री जी की आरती की। जुलूस के पश्चात मंदिर परिसर में सौधर्म इंद्र देवेंद्र जैन नौहराकलां परिवार द्वारा झंडा वंदन किया गया तत्पश्चात 8:30 बजे से मंदिर जी में विराजमान मूलनायक श्री महावीर भगवान तथा मंदिर जी के शिखर पर विराजमान सभी केवली भगवानों का भव्य अभिषेक एवं शांतिधाराएं की गईं। उल्लेखनीय है कि पूजन अभिषेक हेतु सभी बोलियां दो माह पहले ही सुनिश्चित हो चुकी थीं जो कि साकेत नगर जैन समाज द्वारा प्रस्तुत एक अनुकरणीय एवं प्रशंसनीय कदम है। हेमलता जैन रचना ने बताया कि एम्स भोपाल के सहयोग से अंग दान/देह दान संकल्प शिविर का आयोजन भी किया गया जिसमें 8 समाजजनों ने देहदान का संकल्प लिया। प्रतिवर्षानुसार आयोजित रक्तदान शिविर में भी समाजजनों ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया तथा महावीर भगवान के जियो और जीने दो के विचार को सार्थकता प्रदान की। इस महान अवसर पर आयोजित स्वास्थ्य जांच शिविर में साकेत नगर जैन मंदिर के सहयोग से सिनर्जी सुपर स्पेश्यालिटी हॉस्पिटल के ख्यातनाम सर्जन डॉ निवेश सीहरा द्वारा पेट एवं लिवर, डॉ स्वाति देशवाली द्वारा स्त्री एवं प्रसूति रोग, डॉ वरुण सिंह पेंड्रो द्वारा ब्रेन, स्पाइन एवम न्यूरो, डॉ अंचल नवनीत मिश्रा द्वारा अस्थि रोग तथा डॉ स्नेहा निनामा द्वारा जनरल एवं लेप्रोस्कोपी के साथ ही साथ नाक, कान तथा गले की निःशुल्क जांच की गई एवं उचित परामर्श दिया गया। इस अवसर पर समस्त समाजजनों हेतु वात्सल्य भोज का भी आयोजन किया गया था। विभिन्न कार्यक्रमों के क्रम में रात्रि 7:30 बजे श्री वीर प्रभु जी की महाआरती एवं पालना झुलाने के कार्यक्रम के पश्चात पाठशाला के बच्चों द्वारा नाटक “महावीर: आत्मा से परमात्मा बनने की यात्रा” का नयनाभिराम मंचन होगा।



