भाजपा महिला मोर्चा ने चिकित्सक के साथ हुई बर्बरता के खिलाफ निकाला मौन कैंडल मार्च

ममता बनर्जी के राज में महिला सुरक्षित नहीं, राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग
भोपाल। भारतीय जनता पार्टी की भोपाल जिला महिला मोर्चा की जिला अध्यक्ष श्रीमती वंदना जाचक के नेतृत्व में शुक्रवार को पश्चिम बंगाल के अस्पताल में महिला चिकित्सक के साथ हुई बर्बरता के दोषियों के खिलाफ सात नंबर चौराहा से बीडीए मार्केट तिराहा तक मौन कैंडल मार्च कर विरोध प्रदर्शन किया। मौन जुलूस में पार्टी की प्रदेश उपाध्यक्ष श्रीमती सीमा सिंह जादौन, महापौर मालती राय सहित महिला मोर्चा की पदाधिकारी शामिल हुई।
*प्रदेश उपाध्यक्ष श्रीमती सीमा सिंह जादौन* ने मीडिया से चर्चा करते हुए कहा कि महिला चिकित्सक के साथ हुई बर्बरता बेहद गंभीर हैं। ममता बनर्जी की सरकार में महिला चिकित्सक के साथ की गई हत्या को अस्पताल प्रशासन और पुलिस इस केस में क्या छिपा रही है। ऐसी सरकार को सत्ता में रहने का नैतिक अधिकार नहीं है। ममता बनर्जी के राज में महिलाएं सुरक्षित नहीं है। लगातार महिलाओं पर अत्याचार की अनेकों घटनाएं हो चुकी है। ऐसी ममता बनर्जी सरकार को तत्काल बर्खास्त कर राष्ट्रपति शासन लगाया जाना चाहिए ताकि महिलाएं सुरक्षित रह सके।
*जिला अध्यक्ष श्रीमती वंदना जाचक* ने कहा कि कोलकाता के मेडिकल कॉलेज में महिला चिकित्सक के साथ हुई बर्बरता के बाद नृशंस हत्या से देश उबल रहा है। बंगाल की राजनीति में तूफान मचा है। कोलकाता की तरह महिलाओं, बेटियों पर अत्याचार की घटना देश में कहीं भी हो, वह निंदनीय है। कोलकाता में हुई ऐसी पहली घटना नहीं है, जिसमें इंडी गठबंधन के लोगों ने अपराधियों को संरक्षण दिया है।
*महापौर श्रीमती मालती राय* ने कहा कि महिला चिकित्सक के साथ हुई बर्बरता के मामले में ममता सरकार का रवैया शर्मनाक रहा है। पीड़ित महिला चिकित्सक के माता-पिता को ममता सरकार ने बताया कि उनकी बेटी ने आत्महत्या की है। इस घटना के बाद से लगातार सबूत नष्ट करने और आरोपियों को बचाने के प्रयास किए जा रहे हैं। उस बिल्डिंग में अचानक रिनोवेशन का काम शुरू कर दिया गया, जिसमें ये बर्बर घटना हुई थी। टीएमसी के लोग हुड़दंग मचा रहे हैं। सर्वर रूम पर हमला करके सीसीटीवी कैमरों की डीवीआर हटाने की कोशिश की गई।
*भाजपा प्रदेश प्रवक्ता सुश्री नेहा बग्गा* ने कहा कि पश्चिम बंगाल में महिला चिकित्सक के साथ हुई बर्बरता बेहद शर्मनाक है। ममता बनर्जी एक महिला होकर दूसरी महिलाओं पर अत्याचार होने दे रही है। उनको शर्म आनी चाहिए। सीबीआई को जांच पूरी कर आरोपियों को तत्काल सलाखों के पीछे भेजना चाहिए।
मौन कैंडल मोर्च में महिला मोर्चा की श्रीमती वंदना परिहार, श्रीमती सुषमा चौहान, श्रीमती कामाक्षी विश्वकर्मा, श्रीमती शशि सिन्हो, श्रीमती रुक्मणी मालवी, श्रीमती निधि चौरसिया, श्रीमती मोनिका अग्रवाल, श्रीमती राखी शर्मा, श्रीमती विपिन द्विवेदी, श्रीमती सुषमा कुलश्रेष्ठ, श्रीमती नीतू सिंह राजपूत, श्रीमती सुधा सिंह, श्रीमती लक्ष्मी ठाकुर, श्रीमती साधना यादव, श्रीमती विमल सिंह रैकवार, श्रीमती मंजू रघुवंशी, श्रीमती पूर्णिमा उपाध्याय, श्रीमती कविता अनुरागी, श्रीमती सुमन सिंह, श्रीमती माया यादव, पार्षद जोन अध्यक्ष श्रीमती आरती अनेजा, श्रीमती लक्ष्मी विजयलक्ष्मी, श्रीमती कौशल्या रजक, श्रीमती राम शमा, सहित जिले की पदाधिकारी मंडल अध्यक्ष, कार्यकर्ता शामिल हुई।