केंद्र सरकार ने दिवाली से पहले किसानों के लिए एक बड़ा तोहफा दिया है। सरकार ने सरसों की न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) को 300 रुपये प्रति क्विंटल बढ़ाने का निर्णय लिया है। यह कदम किसानों की आय बढ़ाने और रबी सीजन में प्रमुख फसलों की खेती को बढ़ावा देने के लिए उठाया गया है।
सरसों और गेहूं का नया MSP
केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने मीडिया को जानकारी दी कि सरसों का नया MSP अब 5950 रुपये प्रति क्विंटल हो गया है। इसके अलावा, गेहूं का MSP भी 150 रुपये प्रति क्विंटल बढ़ाकर 2425 रुपये कर दिया गया है। इस निर्णय से देशभर के कई किसानों को फायदा होगा और उनकी आर्थिक स्थिति में सुधार होगा।
किसानों के कल्याण के प्रति प्रतिबद्धता
केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने मोदी कैबिनेट में लिए गए फैसलों की जानकारी देते हुए कहा कि सरकार किसानों के कल्याण के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है। उन्होंने पंजाब-हरियाणा बॉर्डर पर बैठे किसानों का भी जिक्र किया और कहा कि:
सरकार के फैसले: सरकार ने किसानों को लाभ पहुंचाने वाले कई महत्वपूर्ण फैसले लिए हैं।
आशा: उन्हें उम्मीद है कि किसान सरकार द्वारा किए गए प्रयासों को देखेंगे और उचित निर्णय लेंगे।
इस प्रकार, MSP और सरकार की नीतियां मिलकर किसानों की आर्थिक स्थिति को मजबूत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं।
नई MSP की जानकारी
मार्केटिंग सीजन 2025-26 के लिए सरकार ने कई प्रमुख फसलों के लिए नए MSP निर्धारित किए हैं:
गेहूं:
पुराना MSP: 2,275 रुपये प्रति क्विंटल
नया MSP: 2,425 रुपये प्रति क्विंटल (150 रुपये की बढ़ोतरी)
सरसों:
पुराना MSP: 5,650 रुपये प्रति क्विंटल
नया MSP: 5,950 रुपये प्रति क्विंटल (300 रुपये की बढ़ोतरी)
चना:
पुराना MSP: 5,440 रुपये प्रति क्विंटल
नया MSP: 5,650 रुपये प्रति क्विंटल (210 रुपये की बढ़ोतरी)
मसूर:
पुराना MSP: 6,425 रुपये प्रति क्विंटल
नया MSP: 6,700 रुपये प्रति क्विंटल (275 रुपये की बढ़ोतरी)
सैफ्लॉवर:
पुराना MSP: 5,800 रुपये प्रति क्विंटल
नया MSP: 5,940 रुपये प्रति क्विंटल (140 रुपये की बढ़ोतरी)
किसानों के लिए लाभ
इन बढ़ोतरी के माध्यम से किसानों को उनके फसलों के लिए बेहतर मूल्य मिल सकेगा, जिससे उनकी आय में सुधार होगा और आर्थिक सुरक्षा सुनिश्चित होगी। यह कदम फसल की कीमतों में उतार-चढ़ाव के बीच किसानों को स्थिरता प्रदान करेगा, खासकर दिवाली जैसे महत्वपूर्ण समय में।