कुप्रबंधन का शिकार है एमपी सरस एकलव्य सोसाइटी हजारों शिक्षकों को इधर से उधर करने की तैयारी
भोपाल मध्य प्रदेश में एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय जो कि मध्य प्रदेश स्पेशल स्कूल रेजिडेंशियल सोसायटी एमपी सरस भोपाल के अंतर्गत कार्यरत है जो कि मध्य प्रदेश में लगभग 63 हैं पूर्व में राज्य शासन द्वारा इन संस्थानों में लिखित परीक्षा के माध्यम से इन संस्थानों में शिक्षकों को पदस्थ किया गया था वर्तमान में इन संस्थाओं में (NEST) आदिवासी छात्र समिति भारत सरकार द्वारा परीक्षा लेकर पुनः इन शिक्षकों के पद पर अन्य शिक्षकों को पदस्थ कर दिया है एक प्रत्यक्षदर्शी ने बताया कि मौखिक आदेश में प्रशिक्षण के दौरान चुनिंदा शिक्षकों से मनचाही जगह के विकल्प भी भरवा दिए गए पूर्व में आदिवासी शिक्षा समिति (NEST )द्वारा रिक्त पदों की जानकारी चाहिए गई थी जो की एमपी सरस द्वारा उपलब्ध नहीं कराई गई. एकलव्य स्कूलों में कार्यरत शिक्षकों से संस्था में शामिल होने के विकल्प भी दिया गया था लेकिन इस संबंध में कोई कार्रवाई नहीं की गई। बीच सत्र में स्थानांतरण की तलवार से शिक्षकों और छात्रों का भविष्य अधर में है
इन विद्यालयों में सभी विभागीय शिक्षकों से लगातार 7 वर्षों से विशिष्ट विद्यालयों के अनुरूप विशिष्ट कार्य करते हुए इनको प्रतिनियुक्ति भत्ता स्थानांरतन सहित सुविधाओं से भी वंचित रखा तथा अन्य कोई शासन अतिरिक्त लाभ नहीं दिया गया
अब इनको इन विद्यालयों से प्रतिस्थापित किया जा रहा है विगत वर्षो मे इनको ट्रांसफर प्रक्रिया से भी वंचित रखा गया वांछित स्थान और उनके गृह जिले के नजदीक विभागीय विद्यालय न होने की स्थिति में वे इस सुविधा से भी वंचित रह जाएंगे , पूरे शिक्षक अपने आप को ठगा सा महसूस कर रहे है
एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय भोपाल के लिए उल्लेखनीय हे की 2023 चयन परीक्षा द्वारा राज्य सरकार के शिक्षकों की पदस्थना प्रतिनियुक्ति पर कर दी गई जबकि इस विद्यालय का किसी भी सेकेंडरी बोर्ड में रजिस्ट्रेशन ही नहीं है तथा भवन वा रजिस्ट्रेशन भी गुरुकुलम आवासीय विद्यालय का हे फिर एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय भोपाल नाम से ही में पदस्थापना सिर्फ इसलिए कर दी गई की राष्ट्रीय आदिवासी छात्र शिक्षा समिति केंद्रीय जन जाति मंत्रालय से करोड़ों की राशि में सेंध लगाई जा सके। अब इन शिक्षको को तितर बितर किया जा रहा है जो विधि सम्मत नही है।शासन से अपेक्षा है की गुरुकुलम विद्यालय का अस्तित्व समाप्त नही करते हुए वर्तमान में पदस्थ सभी शिक्षको का समायोजन गुरुकुलम आवासीय विद्यालय भोपाल में किया जाय जो राज्य शासन द्वारा स्वीकृति प्राप्त हे तथा वित्तीय रूप में अस्तित्व में हे।
उधर भोपाल के शिक्षकों पर वेतन नहीं मिलने से दोहरी मार पड़ रही है वेतन पद्धति में बार-बार बदलाव के कारण दो माह से अधिक समय से शिक्षक वेतन से वंचित हैं आर्थिक परेशानी के कारण शिक्षकों असंख्य परेशानियों से गुजरना पड़ रहा है