चंडीगढ़। हरियाणा में नए मुख्यमंत्री का फैसला आ गया है। हरियाणा में नायब सैनी ही मुख्यमंत्री बने रहेंगे। बुधवार को पंचकूला में भाजपा की मीटिंग में उन्हें विधायक दल का नेता चुन लिया गया। मीटिंग में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव भी ऑब्जर्वर के तौर पर मौजूद रहे। अनिल विज ने भी अपने वरिष्ठ होने का हवाला देकर दावेदारी पेश की थी। हालांकि आज मीटिंग में पहुंचे विज ने कहा कि मेरी दावेदारी नहीं है। पार्टी का जो भी फैसला होगा, उसे मानूंगा। BJP विधायक दल अब सरकार बनाने का दावा पेश करने के लिए राजभवन जाएंगे। कल गुरुवार को 11 बजे शपथ ग्रहण होगा। पंचकूला के शालीमार ग्राउंड में शपथ के लिए बड़ा मंच तैयार किया जा रहा है। इसमें PM नरेंद्र मोदी समेत भाजपा और NDA के सहयोगी दलों के शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों समेत 37 नेता मौजूद रहेंगे।
विधायक दल की मीटिंग में खट्टर भी पहुंचे
पंचकूला के पंचकमल ऑफिस में अमित शाह के साथ मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव, केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान, मनोहर लाल खट्टर, बिप्लब कुमार देब, डॉ. सतीश पूनिया, मोहन लाल बडौली समेत अन्य भाजपा नेता मौजूद थे।
इसलिए आना पड़ा अमित शाह को
बीते मार्च में मनोहर लाल को हटाकर विधायक दल की बैठक में जब नायब सिंह सैनी का नाम रखा गया तो अनिल विज नाराज हो गए थे। वह बैठक से बाहर निकल गए थे। चुनाव से पहले अनिल विज मुख्यमंत्री की दावेदारी जता चुके हैं। वहीं, केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत भी समय-समय पर दावेदारी जताते रहे हैं। लिहाजा इस तरह के विवादों से बचने के लिए शाह को पर्यवेक्षक की जिम्मेदारी सौंपी गई है। इससे पहले 2022 में शाह यूपी में केंद्रीय पर्यवेक्षक के तौर पर भाजपा विधायक दल की बैठक में शामिल हुए थे और योगी के नाम पर मुहर लगाई गई थी।
नेता चुनने के बाद सरकार बनाने का दावा पेश होगा
विधायक दल की बैठक में नेता के नाम पर मुहर लगने के बाद राज्यपाल के पास सरकार बनाने का दावा पेश किया जाएगा। इसके साथ ही राज्यपाल को अगले दिन शपथ ग्रहण करने वाले मंत्रियों की सूची सौंपी जाएगी। उसके बाद राज्यपाल विधायक दल के नेता और मंत्रियों को शपथ ग्रहण के लिए आमंत्रित करेंगे। नई सरकार का शपथ ग्रहण समारोह 17 अक्तूबर को पंचकूला के दशहरा ग्राउंड में होगा।