
भारत ने शनिवार को प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी को उनकी चुनावी जीत पर बधाई देने के लिए चीन को धन्यवाद दिया साथ ही कहा कि “पारस्परिक सम्मान, पारस्परिक हित और पारस्परिक संवेदनशीलता” के आधार पर द्विपक्षीय संबंधों को सामान्य बनाने के लिए कोशिश जारी रहेगी। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल का यह बयान ऐसे समय में आया है जब, पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर सीमा विवाद के चलते भारत और चीन के बीच संबंध ठंडे बस्ते में पड़े हैं।
चीन के विदेश मंत्री के बधाई संदेश पर दिया जवाब
जायसवाल ने यह सारी बातें चीन के विदेश मंत्री के प्रधानमंत्री को बधाई देने वाले पोस्ट पर की। जायसवाल ने सोशल मीडिया पर एक्स पर जवाब देते हुए लिखा, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को उनके चुनाव में जीत के लिए बधाई देने के लिए धन्यवाद। आपसी सम्मान, आपसी हित और आपसी संवेदनशीलता के आधार पर भारत-चीन संबंधों को सामान्य बनाने की दिशा में कोशिश जारी रखेंगे। भारत लगातार यह कहता रहा है कि संबंधों को सामान्य बनाने के लिए एलएसी पर शांति और स्थिरता महत्वपूर्ण है।
5 जून को चीनी विदेश मंत्रालय ने दी थी बधाई
चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने पांच जून को कहा था, ‘प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, भाजपा और राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन को चुनाव में जीत पर बधाई। हम चीन और भारत के बीच अच्छे और स्थिर संबंधों की आशा करते हैं।’
चीनी राष्ट्रपति की ओर से अभी तक बधाई नहीं आई
पांच में से चार पी-5 देशों के नेताओं ने मोदी को तीसरे कार्यकाल के लिए बधाई दी है। हालांकि, चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग की ओर से अभी तक कोई बधाई संदेश नहीं आया है। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के स्थायी सदस्यों-रूस, ब्रिटेन, अमेरिका, चीन और फ्रांस को पी-5 देशों के रूप में जाना जाता है। भारत और चीन की सेनाओं के बीच मई 2020 से गतिरोध जारी है और सीमा विवाद का पूरी तरह से अभी तक कोई समाधान नहीं निकल पाया है। हालांकि दोनों पक्ष सीमा पर विवाद वाली कई जगहों से पीछे हट गए हैं।