मानवाधिकार दिवस पर सारिका ने किशोरियों के अधिकारों पर प्रस्तुत की अपनी रिपोर्ट
युवाओं में मानवाधिकार जागरुकता फैलाने का हो रहा है प्रयास – न्यायमूर्ति मनोहर ममतानी
किशोरी अधिकारों पर सारिका की चिंता पर होगा सकारात्मक प्रयास — न्यायमूर्ति ममतानी
समानता, न्याय और सम्मान के मूल्यों को बढ़ावा देने सारिका ने रिपोर्ट प्रस्तुत की
विश्व मानवाधिकार दिवस के अवसर पर नेशनल अवार्ड प्राप्त सारिका घारू ने मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग के अध्यक्ष न्यायमूर्ति मनोहर ममतानी से मुलाकात कर किशोरियों एवं महिलाओं के मानवअधिकारों से संबंधित 6 बिंदुओं पर अपनी रिसर्च का प्रजेंटेशन किया ।
इस अवसर पर आयोग के अध्यक्ष ने कहा कि इस वर्ष की थीम “हमारे अधिकार, हमारा भविष्य, अभी” निर्धारित की गई है । इसका उद्देश्य युवाओं में मानवाधिकार शिक्षा के बारे में जागरूकता फैलाना और कम उम्र से ही समानता, न्याय और सम्मान के मूल्यों को बढ़ावा देने के महत्व को बताना है। सारिका घारू द्वारा किशोरियों एवं महिलाओं के बीच काम करते हुये उनके अधिकारों पर शोध करना निश्चित ही प्रशंसनीय है । आयोग रिपोर्ट में प्रस्तुत सुझावों पर सकारात्मक विचार करेगा ।
सारिका ने इन बिंदुओं पर सुझाव दिये हैं-
किशोरियों के मासिक धर्म की पीड़ा को शतप्रतिशत उपस्थिति के निर्णय के साथ जोड़ना
शिशुओं के साथ यात्रा करने वाली महिलाओं पर सुझाव
अविवाहित महिलाओं के अधिकारों पर सुझाव
– सारिका घारू @GharuSarika