“शिक्षा और एकता से ही सहरिया समाज का भविष्य सुरक्षित होगा” — एड. सुनील कुमार आदिवासी
दीपावली पर सहरिया समाज ने लिया नशामुक्ति और शिक्षा जागरूकता का संकल्प


विदिशा (कुरवाई):
दीपावली के पावन अवसर पर ग्राम तमोइया और बर्री टोरिया में राष्ट्रीय आदिवासी जनक्रांति संघ के तत्वावधान में सहरिया समाज की एक जागरूकता सभा आयोजित की गई। इस अवसर पर बड़ी संख्या में समाजजन और सामाजिक कार्यकर्ता उपस्थित रहे।सभा में समाज को नशामुक्ति, शिक्षा और सामाजिक एकता के लिए सामूहिक रूप से संकल्प दिलाया गया। कई परिवारों ने नशा छोड़ने की शपथ लेकर एक नई और सकारात्मक शुरुआत का संदेश दिया।सभा को संबोधित करते हुए राजस प्रमुख एडवोकेट सुनील कुमार आदिवासी ने कहा —> “सामाजिक बदलाव लाने के लिए धन की नहीं, बल्कि नई पीढ़ी में शिक्षा की लौ जलाने की आवश्यकता है। जब शिक्षा फैलेगी, तो समाज खुद अपने पैरों पर खड़ा होगा।”उन्होंने कहा कि नशा छोड़कर जो धन बचता है, उसे परिवार की जरूरतों और आपातकालीन स्वास्थ्य सेवाओं में लगाना ही सच्चा सुधार है।भाजपा सरकार पर तीखा प्रहार करते हुए एड. सुनील ने कहा —
> “भोपाल और सागर संभाग की सहरिया जनजाति आज भी मूलभूत सुविधाओं से वंचित है, जबकि चंबल-ग्वालियर संभाग की सहरिया जनजाति को विशेष पिछड़ी जनजाति (PVTG) का दर्जा मिला हुआ है। समान परिस्थितियों के बावजूद सरकार द्वारा यह भेदभाव भाजपा की दोहरी नीति और आदिवासी समाज के साथ अन्याय है।”उन्होंने आगे कहा कि अब समय आ गया है कि सहरिया समाज अपने स्वाभिमान, शिक्षा और एकता की मशाल फिर से प्रज्वलित करे।
> “हम वही समाज हैं जिसने जंगल, जल और ज़मीन की रक्षा अपने बलिदान से की है — अब हमें नशा, अशिक्षा और बिखराव से खुद को मुक्त करना होगा।”कार्यक्रम में प्रमुख रूप से भान सिंह, ज्ञान सिंह, अमान सिंह, सूरज, जफर शेख, निसार खान, शैलेन्द्र मांझी, निहाल घेघट, नरेश और अजय सहित अनेक सामाजिक कार्यकर्ता एवं ग्रामीणजन उपस्थित रहे।सभा के अंत में सभी ने समाज की एकता और शिक्षा को लेकर सामूहिक संकल्प दोहराया —> “शिक्षा हमारी ताकत है, एकता हमारी पहचान है।”



