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अंतरराष्ट्रीय स्तर पर विशेष उपलब्धि प्राप्त करने वाले दिव्यांगजनों का हुआ सम्मान

अंतरराष्ट्रीय सांकेतिक भाषा दिवस का शुभारंभ मंत्री नारायण सिंह कुशवाह ने किया

भोपाल।सांकेतिक भाषा के महत्व को बढ़ावा देना और भारत में बधिर समुदाय के अधिकारों और समावेशिता लाने के उद्देश्य डेफ कैन फाउंडेशन के विशेष सहयोग द्वारा एक
अंतरराष्ट्रीय सांकेतिक भाषा दिवस के राज्य स्तरीय कार्यक्रम का शुभारंभ सामाजिक न्याय एवं दिव्यांग सशक्तिकरण के ऑडिटोरियम में माननीय नारायन सिंह कुशवाह , मंत्री सामाजिक न्याय एवं दिव्यांगजन सशक्तिकरण द्वारा किया गया , इस अवसर पर श्रीमती सोनाली पोंक्षे वायंगंकर , प्रमुख सचिव सामाजिक न्याय आयुक्त डॉ. राम राव भोंसले , संदीप रजक आयुक्त निशक्तजन, श्री साजू स्टीफिन, सचिव नेशनल एसोसिएशन ऑफ डेफ , श्री कमलेश डोंगरे महासचिव मध्यांचल डेफ एसोसिएशन ,श्रीमती प्रीति सोनी महासचिव डेफ कैन एसोसिएशन , श्री विश्वजीत झरिया , संयुक्त संचालक वित्त सहित एनजीओ के प्रतिनिधि एवं दिव्यांगजन बच्चे उपस्थित थे ।
कार्यक्रम में राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर विशेष उपलब्धि प्राप्त करने वाले उत्कृष्ट दिव्यांगजनों का सम्मान भी किया गया जिसमें सर्वश्री कनिष्का शर्मा ताइक्वांडो , वैभव परनजपे क्रिकेट के क्षेत्र में , अब्दुल समद हॉकी के क्षेत्र में , हार्दिक मजूमदार स्केटिंग के क्षेत्र में , मधु देवी लखेरा इंडियन साइन लैंग्वेज के क्षेत्र में , चांदनी सिलावत साहसिक गतिविधियों के क्षेत्र में ,सम्मान के अलावा जिला स्तर पर विजेताओं को भी पुरस्कृत किया गया ।कार्यक्रम में अशासकीय संस्था उमंग गौरव दीप , माधुरी आयाम एवं शासकीय दृष्टि एवं श्रवण वधिथार्थ के छात्रों द्वारा सांकेतिक नित्य की प्रस्तुति दी ।
इस अवसर पर प्रीति सोनी डेफ कैन फाउंडेशन की महासचिव ने बताया कि सांकेतिक भाषा के महत्व को बढ़ावा देने में एक मील का पत्थर साबित होगी ।
जिसमें मध्य प्रदेश में मौजूद चुनौतियों, जैसे कि पुलिस स्टेशन, अस्पताल, अदालतों, और स्कूलों में बधिर शिक्षकों की कमी को उजागर करना था । उन्होंने इन समस्याओं को दूर करने के लिए त्वरित कार्रवाई की मांग की।
इस पर सामाजिक न्याय मंत्री श्री नारायण सिंह कुशवाहा ने कहा कि दिव्यांग जनों की समस्याओं में आवश्यक बदलावों को लागू करने का आश्वासन दिया। मंत्री ने यह भी बताया की कि अब अंतर्राष्ट्रीय सांकेतिक भाषा कार्यक्रम हर साल 23 सितंबर को आयोजित किया जाएगा।
इस अवसर परसंदीप रजकजी, आयुक्त निशक्तजन, ने कहा कि मध्य प्रदेश के सभी स्कूलों में बधिर शिक्षक होने चाहिए। इसके साथ ही, श्रीमती सोनाली पोंक्षे वायंगंकर (IAS), प्रमुख सचिव सामाजिक न्याय, ने बताया कि उन्होंने A से Z तक सांकेतिक भाषा सीखना शुरू कर दिया है और यह सीखना कठिन नहीं है। उन्होंने आश्वासन दिया कि वे बुनियादी सांकेतिक भाषा सीखेंगी और दूसरों को भी इसे सीखने के लिए प्रेरित करेंगी।

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