प्रियंका की रैली से कांग्रेस के बिहार चुनाव अभियान की होगी शुरुआत, बड़े नेताओं को मिले ये टास्क

आजादी के बाद बिहार में पहली बार हुई कांग्रेस की कार्यसमिति की विस्तारित बैठक के जरिए पार्टी ने चुनावी बिगुल फूंक दिया है। इस बैठक में वरिष्ठ नेताओं ने बिहार की चुनावी रणनीतियों के अलावा व्यापक संगठनात्मक, राजनीतिक और राष्ट्रीय मुद्दों पर भी चर्चा की। बैठक में आगामी चुनौतियों को देखते हुए मोदी सरकार के खिलाफ विपक्षी आवाज को मजबूत करने का संकल्प लिया गया। आने वाले दिनों में कांग्रेस भाजपा की तर्ज पर बिहार के हर गांव, जिले और बड़े शहरों में अपना प्रचार अभियान शुरू करने जा रही है। इसमें पार्टी के सभी बड़े नेता शामिल होंगे। जो न केवल हर जिले में कांग्रेस के पक्ष में माहौल बनाएंगे। बल्कि विभिन्न मुद्दों पर प्रेस वार्ता कर भाजपा-जेडीयू को घेरते हुए भी नजर आएंगे। पार्टी के इस चुनावी अभियान की शुरुआत कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी करेंगी।
महिला संवाद कार्यक्रम करेंगी प्रियंका
26 सितंबर यानी शुक्रवार को प्रियंका गांधी बिहार पहुचेंगी। दोपहर 12 बजे राजधानी पटना के सदाकत आश्रम में महिला संवाद कार्यक्रम में हिस्सा लेंगी। चुनावी एलान से ठीक पहले प्रियंका का महिलाओं से संवाद बहुत मायने रखता हैं। क्योंकि बिहार की राजनीति में महिलाओं की हिस्सेदारी और उनकी समस्याओं को सामने लाना कांग्रेस की प्रमुख एजेंडे में शामिल है। कांग्रेस नेताओं का मानना है कि प्रियंका गांधी का यह दौरा पार्टी को मतदाताओं के बीच सक्रियता दिखाने और चुनावी मैदान में ऊर्जा भरने का अवसर देगा।
पटना में प्रियंका गांधी आंगनबाड़ी और जीविका कार्यकर्ताओं से संवाद करेंगी, जिससे महिलाओं मतदाताओं के बीच कांग्रेस की पकड़ मजबूत बनाने की कोशिश होगी। राहुल गांधी की वोटर अधिकार यात्रा से मिले उत्साह को बनाए रखने और महिलाओं व वंचित वर्ग तक पहुंच बनाने के लिए प्रियंका की रैली कांग्रेस का बड़ा दांव माना जा रहा है।
गांधी मैदान में जनसभा को करेंगी संबोधित
इसके बाद कांग्रेस महासचिव मोतिहारी के ऐतिहासिक गांधी मैदान में एक जनसभा को भी संबोधित करेगी। कांग्रेस ने प्रियंका की पहली रैली के लिए महात्मा गांधी की कर्मभूमि मोतिहारी के ऐतिहासिक गांधी मैदान को चुना है। वहीं, यह क्षेत्र एनडीए का मजबूत गढ़ भी माना जाता है। यह प्रियंका के लिए एक प्रतीकात्मक शुरुआत है, जिससे वह बिहार की जनता से सीधा जुड़ाव स्थापित करेगी। कांग्रेस सूत्रों का कहना है कि, बिहार में विधानसभा चुनाव नवंबर में होने की संभावना है। राहुल गांधी की वोटर अधिकार यात्रा के बाद अब प्रियंका गांधी की एंट्री से पूरे प्रदेश में कांग्रेस का माहौल तैयार करने की कोशिश होगा। प्रियंका गांधी के कार्यक्रम को लेकर कांग्रेस नेताओं में खासा उत्साह है। राज्यसभा सांसद डॉ. अखिलेश सिंह ने मोतिहारी में एक प्रेस वार्ता के दौरान दावा किया कि प्रियंका की रैली के लिए गांधी मैदान छोटा पड़ जाएगा। उन्होंने कहा कि इस रैली में नरेंद्र मोदी की रैली से तीन गुना अधिक लोग पहुंचेंगे। अखिलेश सिंह ने बताया कि इस सभा के माध्यम से महागठबंधन की चुनावी रैली का शंखनाद भी हो जाएगा।