एजुकेशनमध्य प्रदेश

महिलाओं बच्चियों पर बढ़ते अपराध, नर्सिंग घोटाला, Neet UG परीक्षा परिणाम में धांधली के खिलाफ विरोध प्रदर्शन

आज स्थानीय चेतक ब्रिज पर महिला संगठन AIMSS, छात्र संगठन AIDSO, युवा संगठन AIDYO द्वारा महिलाओं बच्चियों पर बढ़ते अपराध, नर्सिंग घोटाले और neet परीक्षा परिणाम में हुई धांधली के खिलाफ रोष प्रदर्शन किया गया । प्रर्दशन को संबोधित करते हुए छात्र संगठन AIDSO के अखिल भारतीय उपाध्यक्ष श्री मुदित भटनागर जी ने कहा कि, मध्य प्रदेश में महिलाओ बच्चियों पर हमले लगातार बढ़ रहे हैं। हाल ही में भोपाल, ग्वालियर , भिण्ड मालनपुर, खुरई, सीधी , रीवा, अशोकनगर आदि जिलों की घटनाएं बेहद चिंताजनक है। एनसीआरबी की रिपोर्ट के मुताबिक 2019- 20- 21 तीन वर्षों में देश भर में 13 लाख महिलाएं लापता हो गई, जिनका अभी तक कोई अता पता नहीं है।
लापता बहन बेटियों के मामले में हमारा मध्य प्रदेश अव्वल है। प्रदेश में दर्ज मामलों में रोज 17-18 रेप की घटनाएं हो रही है।
संस्कृति की दुहाई देने वाली केंद्र व राज्य सरकार आंखें मूंद कर आधी आबादी को शिकार होने के लिए उनके हाल पर छोड़ दे रही है। विपक्ष भी इन घटनाओं पर चुप्पी साधे हुए हैं। भाजपा महिलाओं के प्रति अपनी निम्न सोच रखने के चलते सत्ता से जुड़े अपराधियों को संरक्षण देने का काम कर रही है। वहीं धर्म मजहब के आधार पर आरोपी को चिन्हित कर उसे साम्प्रदायिक तनाव का हिस्सा बना रही है।

शासक वर्ग यह जानता है कि यदि लोगों की नीति नैतिकता की रीढ़ को कमजोर कर दिया जाए तो वे अन्याय अत्याचार के सामने सर उठाकर खड़े नहीं हो पाएंगे ।आज छात्र नौजवानों को शिक्षा का निजीकरण करने, महंगी करने की नीतियों के चलते, फीस बढ़ाकर, सीट कटौती कर, सरकारी स्कूल/ कॉलेज बंद कर पढ़ने से रोका जा रहा है। जो फिर भी पढ़ ले रहे हैं उन्हें रोजगार नहीं दिया जा रहा। सार्वजनिक उपक्रमों का निजीकरण कर रिक्त पड़े पदों को खत्म किया जा रहा है या कि उन पर संविदा ठेका पर भर्ती की जा रही है। मध्यप्रदेश व्यापमं महा घोटाले के लिए चर्चा में आया था। लगभग दस वर्षों तक इसके तहत फर्जी भर्तियां की गईं। इस घोटाले के साक्ष्य मिटाने के लिए 50 से ज्यादा लोगों की हत्याएं करवा दी गयीं। आगे चलकर व्यापमं का नाम बदल दिया गया लेकिन भर्ती परीक्षाओं में घोटाले नही रुके। हाल ही में मध्य प्रदेश में नर्सिंग कॉलेज घोटाला हुआ । एक-एक कमरों में चल रहे नर्सिंग कॉलेजों को जांचने के लिए जो कमेटी बनी उसने भी कुछ ले देकर उन्हें क्लीन चिट दे डाली। यहां तक कि देश की सर्वोच्च अन्वेषण संस्था सीबीआई के अफसरों ने भी मोटी घूस लेकर अपात्र कॉलेजों को पात्र घोषित कर दिया जबकि इस दौरान नर्सिंग के हजारों छात्र पिछले 4 वर्षों से एक ही क्लास में अध्ययन कर रहे हैं। इस वर्ष आंदोलन के दबाव में उनकी परीक्षाएं आयोजित की गयीं।ये पूरा घटनाक्रम बताता है कि सरकार और नौकरशाही आकंठ भ्रष्टाचार में डूबी रही और खामियाजा लाखो नर्सिंग छात्रों को भुगतना पड़ रहा है।
हाल ही में आयोजित नीट परीक्षाओं में बड़े स्तर पर धांधली हुई है।मध्यप्रदेश में जिस तरह एक ही सेंटर से पटवारी परीक्षा में कई टोपर निकले थे वैसा ही कुछ नीट परीक्षा में भी हुआ मालूम होता है।छात्रों में इसको लेकर गहरा रोष है की एक ही श्रृंखला के रोल नंबर में एक साथ सात टोॅपर कैसे हो सकते है।नेशनल टेस्टिंग एजेंसी भी जांच करने ,छात्रों को सुनने की बजाय इससे अपना पल्ला झाड़ रही है। रातों-रात पैसे के दम पर बड़े-बड़े धन्ना सेठों, नेता भ्रष्ट कर्मियों के बच्चों को परीक्षा का पर्चा पहले ही मिल जा रहा है और वहीं गरीब मेहनती छात्र मोटी-मोटी परीक्षा फीस देकर भी वहीं का वहीं है।
तब ऐसे भयावह माहौल में प्रत्येक प्रगतिशील जिम्मेदार नागरिक का फर्ज है कि वह महिलाओं बच्चियों पर बढ़ रहे अपराधों के खिलाफ अपनी आवाज़ उठाएं और इसकी जिम्मेदार कारक अश्लीलता, अपसंस्कृति, नशाखोरी के साथ साथ साथ बेरोजगारी और रोजगार के नाम पर भ्रष्टाचार के खिलाफ भी खड़े हों। साथ ही साथ सभी को निशुल्क व अनिवार्य शिक्षा एवं रोजगार की मांग को लेकर चल रहे जनआंदोलन में शामिल हों। प्रर्दशन में बड़ी संख्या में छात्र, युवा, महिलाएं शामिल हुए। कार्यक्रम का संचालन डी वाई ओ के साथी सलीम ने किया। उपरोक्त मुद्दों पर आंदोलन को और तेज करने के इंकलाबी नारों के विरोध प्रदर्शन की समाप्ति हुई।

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