बौद्धिक संसद में चर्चा के बाद तैयार होगा जन घोषणा पत्र- मोहिंदर कंवर
राष्ट्रीय न्याय सत्याग्रह, राष्ट्रीय बौद्धिक संसद में बुद्धिजीवियों ने रखे विचार

भोपाल राजधानी स्थित गांधी भवन में 31 अगस्त को राष्ट्रीय बौद्धिक संसद का आयोजन किया गया। बौद्धिक संसद में प्रदेश के विभिन्न हिस्सों से आए विद्वानों ने अपने विचार व्यक्त किए। इस अवसर पर आदिवासी सेवा मंडल के अध्यक्ष मोहिंदर कंवर ने कहा कि आम जनता क्या चाहती है ,लोगों की क्या समस्याएं हैं अधिकार बहुत मिले हैं लेकिन लोग इसे लेकर जागरूक नहीं है। आज बौद्धिक संसद में 10 बिंदुओं पर चर्चा की गई है । इसके बाद जन घोषणा पत्र तैयार किया जाएगा ।उन्होंने कहा कि हमें किस दिशा में काम करना है हम जनता के बीच जाएंगे तो इसी को लेकर कार्य होगा करेंगे। वही तमिल समाज से समाजसेवी आदिमूलम ने कहा कि जनता को न्याय दिलाने के लिए ऐसे प्रयास किया जाना चाहिए। डॉ. मेजर मनोज राजे ने कहा कि राष्ट्रीय बौद्धिक संसद का उद्देश्य राजनीतिक क्षेत्र, समाज और बुद्धिजीवियों के बीच जो गैप होता है उसे ही भरना है। बौद्धिक संसद में चर्चा होगी उसके आधार पर जान घोषणा पत्र तैयार किया जाएगा। कार्यक्रम का आयोजन शरद कुमरे द्वारा किया गया।