खबरमध्य प्रदेश

बारिश का मौसम

बारिश का मौसम*

मौसम ये सुहाना है
बारिश का ज़माना है
कैसे मैं रहूं तन्हा
दिल दिल से मिलाना है
बारिश की ये बूंदे जब
गिरती है मेरे तन पर
आग तन में लगाती हैं
बारिश का तो बहाना है।

बादल जब गरजते हैं
बिजली भी चमकती है
आगोश में बादल के
बिजली का ठिकाना है।
मैं दीवानी मदहोशी में साजन को बुलाती हूं
आ जाओ सनम अब तो
मौसम भी आशिकाना है।
भीगी भीगी ये मेरी जुल्फे

तुम को ही सुलझाना है।

रिपट जाऊं अगर मैं तो
तुम को ही उठाना है ।

साथ में मेरे फिर तुमको भी फिसल जाना है
पूछते हो तुम हाल मेरा
बारिश के इस मौसम में
जब चलती है ठंडी सर सर ये पुरवाई।
मिलन की हसरत को इसेऔर बढ़ाना है
रिमझिम सी ये बारिश है
मौसम ये सुहाना है।

डॉ.ओरीना अदा भोपाली

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